पाकिस्तान (Pakistan) इस वक्त कई सारी समस्याओं का सामना कर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था की हालत खस्ता हुई पड़ी है। यहां पर हालात सुधरने की बजाय और भी ज्यादा बिगड़ गई है। देश की जनता इस वक्त भारी महंगाई की मार झेल रही है, विश्व कर्ज बढ़ते जा रहा है। इसके साथ ही देश में खाना और बिजली संकट का मुद्दा गहराया हुआ है। पाकिस्तान की आवाम कई घंटों बिना बिजली के काट रही है। लोगों के पास दो वक्त की खाने के लिए रोटी नहीं है। वहीं शाहबाज शरीफ सरकार एक के बाद एक बड़ा झटका देने को तैयार बैठी हुई है। आलम यह है कि IMF भी अब तो भिखारी पाकिस्तान पर भरोसा करने को तैयार नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान से कर्ज के लिए विश्वसनीय आश्वासन प्रदान करने को कहा है। IMF के रेसिडेंट प्रतिनिधि एस्तेर पेरेज रुइज ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान को विश्वसनीय आश्वासन प्रदान करने के चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं रुइज का कहना है पिछले साल के अंत से रुकी हुई फंडिंग को मंजूरी देने से पहले बाहरी वित्तपोषण महत्वपूर्ण कार्यों में से एक है जिसे पाकिस्तान को पूरा करना पड़ेगा। वैसे पाकिस्तान को उम्मीद है कि वह IMF के साथ एक स्टाफ लेवल एग्रीमेंट कर लेगा। दरअसल 1.1 अरब डॉलर का फंड जारी करने के लिए IMF ने पाकिस्तान के सामने कई शर्तें रखी थीं। पाकिस्तान ने लगभग ज्यादातर शर्तें मान ली हैं, लेकिन बाहरी वित्तपोषण की शर्त को वह अभी पूरा नहीं कर सका है। रुइज का कहना है सारी IMF कार्यक्रम की समीक्षा के लिए सदस्य देशों से दृढ़ और विश्वसनीय आश्वासन की जरूरत होती है। पाकिस्तान कोई अपवाद नहीं है।
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चीन से मिला कर्ज
अब पाकिस्तान ने इस बात की पुष्टि करी है कि IMF से स्टाफ लेवल एग्रीमेंट के लिए वह सऊदी से 2 अरब डॉलर और विश्व बैंक और एशियन इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक से 950 मिलियन डॉलर का ऋण मांग रहा है। जब इस बारे में IMF से बातचीत करने वाले एक अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह आशान्वित हैं। पाकिस्तान को चीन से कुछ ऋण मिला है।
पाकिस्तानी सेना को भी खाने के लाले
सिर्फ मुल्क में ही नहीं बल्कि अब तो आर्थिक संकट का असर उसकी सेना पर दिखने लगा है। पाकिस्तान की सेना के पास अब खाने के पैसे नहीं है। एक वरिष्ठ कमांडर ने क्वाटर मास्टर जनरल ऑफिस को खाने की सप्लाई में कटौती करने को कहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी सरकार कर्मचारियों की सैलरी में कटौती भी चाहती है।