अनाधिकृत यात्रा को रोकने और यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए दक्षिण मध्य रेलवे गहन टिकट जांच कर रहा है। समर्पित टिकट चेकिंग स्टाफ़ का यह प्रयास रंग ला रहा है। इस कोशिश का ही नतीजा है कि टिकट बिक्री में सुधार हुआ है।
इस वित्तीय वर्ष में दक्षिण मध्य रेलवे ने इतिहास रच दिया है, क्योंकि नौ टिकट चेकर्स ने विभिन्न ट्रेनों में अपने सघन चेकिंग अभियान के दौरान 1.16 लाख यात्रियों से 9.62 करोड़ रुपये की भारी भरकम राशि एकत्र की है। इसके साथ इनमें से नौ चेकर्स ने “एक करोड़ क्लब” में अपनी जगह बना ली है।
नौ में से सात टिकट चेकर्स सिकंदराबाद मंडल से हैं, जबकि एक-एक गुंटकल और विजयवाड़ा मंडल से है।
ड्यूटी पर दक्षिण-मध्य रेलवे का एक टिकट चेकर
इसके अलावा, दक्षिण-मध्य रेलवे के इतिहास में पहली बार एक टिकट चेकर ने व्यक्तिगत तौर पर जुर्माना वसूलने के मामले में एक करोड़ रुपये को पार कर लिया है। सिकंदराबाद मंडल के मुख्य टिकट निरीक्षक/सीनियर डीसीएम टी. नटराजन ने बिना टिकट या अनियमित टिकट वाले और बिना बुक किए हुए सामान ले जाने वाले 12,689 यात्रियों से 1.16 करोड़ रुपये एकत्र किए हैं।
जांच कर्मचारियों के इस प्रदर्शन और समर्पण की सराहना करते हुए दक्षिण-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण कुमार जैन ने कहा कि टिकट जांच एक महत्वपूर्ण प्रणाली है, जो ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को कम करने में मदद करती है और वास्तविक रेल यात्रियों के बीच विश्वास भी पैदा करती है।
जैन ने यात्रियों से वैध टिकट के साथ यात्रा करने की भी अपील की है।