बीते हफ्ते अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय यानी (ICC) ने वॉर क्राइम के आरोप में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Putin) को वॉर क्राइम के लिए जिम्मेदार माना गया है। इसी के साथ कोर्ट ने पुतिन की गिरफ्तारी का आदेश भी दिया है। जब से पुतिन की अरेस्ट होने की खबर आयी तभी से रूस से इस पर कड़ी प्रतिक्रिया आई। यही नहीं पुतिन के एक करीबी ने यहां तक कह दिया कि एक मिसाइल न्यायालय की बिल्डिंग पर भी हो सकता है। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत की ओर से जारी वारंट के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। इस बीच पूर्व रूसी राष्ट्रपति दमित्री मेदवदेव ने परमाणु प्रलय की धमकी दी है। मेदवदेव ने कहा कि अगर पुतिन को अरेस्ट करने का कोई भी प्रयास किया जाता है तो इससे दुनिया में परमाणु कयामत आ सकता है। यही नहीं रूसी राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा है कि कोर्ट का वारंट एक पक्षपातपूर्ण फैसला है और यह हमारे लिए कोई महत्व नहीं रखता है।
रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन युद्धापराध का पूरी तरह से खंडन कर दिया है साथ ही उन्होंने ये दावा किया कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की तरफ से किए युद्धापराधों को अनदेखा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत ने पुतिन को यूक्रेन में युद्धापराध के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इस बीच दमित्री मेदवदेव (Dmitry Medvedev) ने गुरुवार को कहा कि अगर पुतिन को अरेस्ट करने का कोई भी प्रयास किया जाता है तो इसे रूस के खिलाफ युद्ध का ऐलान माना जाएगा। इस समय मेदवदेव रूस के शक्तिशाली सुरक्षा परिषद के उप प्रमुख हैं।
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मेदवदेव ने दी मिसाइल धमकी
मेदवदेव ने टेलिग्राफ पर जारी एक वीडियो में कहा कि अगर पुतिन को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाता है तो उस देश में हमारी सभी मिसाइलों का मुंह तोड़ दिया जाएगा। वह लगातार परमाणु हमले की धमकी दे रहे हैं। एक बयान में मेदवदेव ने कहा था, ‘यूक्रेन को हर दिन विदेशी हथियारों की आपूर्ति परमाणु प्रलय की ओर ले जाएगा।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रूसी राष्ट्रपति के साथ वार्ता के बाद मास्को से प्रस्थान करते हुए विदाई संदेश में मुस्कुराते हुए व्लादिमीर पुतिन को ‘बदलाव आ रहा है’ कहा। शी ने पुतिन से कहा, ‘बदलाव आ रहा है जो 100 साल में नहीं हुआ। और हम इस बदलाव को एक साथ चला रहे हैं।’ डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक ये शब्द निश्चित रूप से पश्चिम में खतरे की घंटी बजाएंगे। जिनपिंग ने कहा- ‘कृपया, ध्यान रखना, प्रिय मित्र।’ रूसी राष्ट्रपति ने शी को ‘सुरक्षित यात्रा’ कहा था।