Hindi News

indianarrative

मुस्लिम युवती के साथ खाना खाने गए हिन्दू छात्र के साथ मुस्लिमों ने की पिटाई!

मुस्लिम लड़की के साथ घूमने पर हिन्दू लड़के को मुस्लिमों ने पीटा

मुस्लिम युवकों की  ग़ैरइस्लामिक कृत्य  देखिए,जब देर रात एक मुस्लिम लड़की हिन्दू लड़के के साथ घुम रही थी तो मुस्लिमों ने हिन्दू लड़के की जमकर पिटाई कर दी,और मुस्लिम लड़की को इस्लाम धर्म का मतलब समझाने लगे। दरअसल, इंदौर शहर में गुरुवार रात मुस्लिम लड़की के साथ घूम रहे एक हिन्दू लड़के की मुस्लिम युवकों ने पिटाई करते हुए कहा कि यह गैरइस्लामिक कार्य है। इस बीच आरोपियों  ने बीच बचाव करने आए लोगों पर भी चाकू से हमला कर दिया। हालांकि पुलिस ने समय रहते हमला करने वाले सभी 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के मुताबिक मामला इंदौर के तुकोगंज थाने की है। जहां देर रात एक मुस्लिम युवती अपने हिंदू दोस्त भावेश के साथ खाना खाकर एक होटल से निकल रही थी, तभी दोनों को कुछ मुस्लिम लड़कों ने घेर लिया। उन्होंने लड़की से कहा कि बुर्का पहनकर घर पर रहा करो। इन लड़कों ने लड़की को इस्लाम को लेकर भी कई तरह की नसीहतें दीं। जब हिन्दू लड़के ने उनका विरोध किया तो इन युवकों ने उसकी पिटाई कर दी। हालांकि मामले में सूबे के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

पीड़ित छात्र-छात्रा मेडिकल का स्टूडेंट

बताया जा रहा है कि हिन्दू धर्म को मानने वाला छात्र भावेश साथ में पढ़ने वाली नसरीन सुल्ताना मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। दोनों मेडिकल के छात्र-छात्रा बस स्टैंड के पास मदनी होटल में खाना खाने गया था। दोनों जब खाना खाकर लौट रहे थे तो ग्वालटोली इलाके में उन्हें मुस्लिम पक्ष के युवकों ने घेर लिया। उसका आधार कार्ड मांगा और मारपीट करने लगे। इस दौरान नसरीन ने उसे बचाने की कोशिश की। उसने कहा कि जो भी बात करनी हो मुझसे करो।

मुस्लिम युवकों द्वारा किए गए इस कृत्य के बाद सबसे बड़ा सवाल उठता है कि क्या किसी गैर मुस्लिम लड़के के साथ मुस्लिम लड़कियों का घुमना गैर इस्लामिक है? क्या इस्लाम में प्यार करना गुनाह है? क्या गैर मुस्लिम लड़के के साथ मुस्लिम लड़की को प्यार करने की इज़ाज़त नहीं है? या फिर ग़ैर मुस्लिम युवकों के साथ खाना खाना इस्लाम के परे है? अगर इन सवालों का जवाब हां में है तो यह ग़ैर इस्लामिक बातें सिर्फ मुस्लिम लड़कियों पर ही क्यों? ग़ैर मुस्लिम लड़कियों से मुस्लिम लड़कों का झांसा देकर प्यार करना भी ग़ैरइस्लामिक क्यों नहीं? लव जिहाद के नाम पर जिस तरह मुस्लिम युवकों के द्वारा हिन्दू युवतियों से प्यार करने का  मामला सामने आता है,वो कहां तक उचित है?

हालांकि मुस्लिम धर्मगुरुओं की माने तो इस्लाम धर्म में प्रेम विवाह की इज़ाज़त है। अगर किसी पुरुष का दिल किसी औरत पर आ जाये तो इस्लाम धर्म में प्रेम के बाद शादी करना उसके लिए जायज़ है।

लेकिन जिस तरह एक मुस्लिम लड़की का ग़ैर मुस्लिम लड़के से प्यार करने पर इंदौर में मुस्लिम युवकों द्वारा तांडव किया गया, मुस्लिम लड़की के साथ घूमने ,होटल में खाना खाने को लेकर जिस प्रकार मुस्लिम युवकों ने मारपीट की, क्या इस्लाम इसकी इज़ाज़त देता है। वहीं दूसरी ओर जिस तरह की घटना मुस्लिम युवकों ने इंदौर में हिन्दू लड़के के साथ की उसकी धुनाई की ऐसे में कल्पना कीजिए अगर किसी मुस्लिम लड़के किसी हिन्दू लड़की के साथ पकड़ा जाता है औऱ फिर कोई बजरंग दल का युवक या फिर विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों द्वारा इस तरह से मुस्लिम युवकों की मारपीट की जाती है तो ये आक्रोश कितना बढ़ जाता।

लिहाजा प्यार को प्यार का नाम ही रहने दें, प्यार किसी जात धर्म या फिर समुदाय को देखकर नहीं किया जाता, साथ ही धर्म चाहे कोई भी हो उस धर्म में प्रेम का स्थान सर्वोपरि होता है। मुस्लिम धर्मगुरुओं का भी कहना है कि इस्लाम में प्यार मोहब्बत को ऊंचा स्थान दिया गया है। चाहे वो मुस्लिम लड़का किसी से प्यार करे या फिर मुस्लिम बेटियां किसी से मुहब्बत क्यों ना करे।

यह भी पढ़ें-हिन्दू पति के साथ देखकर मुस्लिम नर्स को पीटा! आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज!