Chandrayaan 3 Landing: भारत का चंद्रयान-3 आज चांद पर उतर गया है। लैंडर मॉड्यूल के चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरते ही भारत ने इतिहास रच दिया। ऐसे में लैंडिंंग सफल होते ही बेंगलुरु स्थित ISRO के मिशंस ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स में बैठे वैज्ञानिकों समेत पूरा देश खुशी से झूम उठा। लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम के पेट से रोवर प्रज्ञान (Pragyan Rover) बाहर निकलेगा। दोनों मिलकर चांद के साउथ पोल का हाल बताएंगे। चंद्रयान-3 मिशन भारत ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए बेहद अहम है। चंद्रयान-3 के चांद के पास पहुंचने के साथ ही भारत का नाम भी इतिहास के पन्नों में कैद हो गया है। इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) का सपना भी इसी के साथ पूरा हो गया। 14 जुलाई को चंद्रयान-3 के लॉन्च होने के बाद से ही ये यात्रा जारी थी। पूरी दुनिया को इस दिन का बेसब्री से इंतजार था।
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पीएम मोदी ने चंद्रमा पर भारत की सफलता के बाद, मोदी मेरे प्यारे परिवारजनों जब हम अपनी आंखों के सामने ऐसा इतिहास बनते देखते हैं तो जीवन धन्य हो जाता है। ये बढ़ते भारत का शंखनाद है। मोदी ने कहा, चंदामामा दूर के की जगह अब बच्चे कहेंगे चंद्रमा मामा टूर के। उन्होंने कहा कि ये 140 करोड़ देशवासियों के लिए सम्मान की बात है।
बता दें, चंद्रयान ने 5.45 बजे करीब रफ लैंडिंग शुरू की और ग्रीन सिग्नल बता रहे थे कि वो सही दिशा में है। चार चरणों में उसकी स्पीड धीरे-धीरे कम की गई, उस वक्त वो करीब 30 किलोमीटर और पहले चार मिनट में पहला फेज पूरा करते हुए उसे नीचे लाया गया। सेकेंड फेज में उसकी स्पीड, ऊंचाई को और कम किया गया। तीसरे चरण में स्पीड को बेहद कम किया गया और उसे चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए निर्णायक तरीके से काम किया गया।
शाम 5.55 बजे चंद्रयान की स्पीड को घटाकर 70 किलोमीटर प्रति घंटे किया गया और उसे सतह से महज 10 किलोमीटर ऊपर लाया गया। इसरो ने बताया कि विक्रम लैंडर बिना कमांड के सही तरीके से काम कर रहा था। लैंडर ने दूसरा चरण भी सफलतापूर्वक पूरा किया और वो सतह से महज तीन किमी दूर था। लैंडर और रोवर के सेंसर भी पूरी तरह से काम कर रहे थे। फिर तीसरे चरण में ऊंचाई को चंद्रमा की सतह से 800 मीटर पर लाया गया। इसके साथ ही चंद्रयान की गति को घटाकर 21 किलोमीटर प्रति घंटा पर लाया गया, वो महज एक किलोमीटर दूर रह गया था चंद्रयान से। इसके साथ ही चंद्रयान चंद्रमा की सतह पर एकदम सीधी दिशा में आ गया और फिर 50 मीटर के करीब आने के साथ ही वो 6.04 बजे सफलतापूर्वक लैंड कर गया।