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चाँद पर एकदम छोटू सा दिखता है चन्द्रयान-3 का विक्रम लैंडर,NASA ने ली शानदार तस्वीर।

NASA ने ली शानदार तस्वीर

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने चाँद की एक शानदार तस्वीर ली है। इस तस्वीर में चन्द्रमा पर चन्द्रयान-3 का विक्रम लैंड काफी छोटा दिख रहा है। चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर ने 23 अगस्‍त को चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडिंग की है। इसके साथ ही भारत यह करिश्‍मा करने वाला पहला देश बन गया।

जानकारी के मुताबिक NASA ने 27 अगस्‍त को ये फोटो क्लिक किया था,जब लैंडर रैंप पर मौजूद था। बता दें कि भारत ने 14 जुलाई को चंद्रयान 3 मिशन लॉन्‍च किया था। इस मिशन की सफल लैंडिंग के साथ ही भारत दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया जिसने चाँद के साउथ पोल पर लैंड करने में सफलता प्राप्त की।

नासा ने दी वेबसाइट पर इसकी जानकारी

यह दुर्लभ तस्वीर NASA के लूनर रीकानिसन्स ऑर्बिटर यानी LRO से क्लिक की गई है। चंद्रमा के सतह से ली गई इस फोटो के बारे में नासा ने अपनी वेबसाइट पर भी लिखा है। नासा ने बताया है कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग साइट चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से लगभग 600 किलोमीटर दूर है।

लैंडिंग के चार दिन बाद एलआरओ ने लैंडर का एक तिरछा दृश्य यानी 42 डिग्री स्लीव कोण हासिल किया। लैंडर के चारों ओर का चमकीला वातावरण रॉकेट की लपटों के महीन-दानेदार रीगोलिथ (मिट्टी) की वजह से हुआ है। हालांकि नासा की ओर से यह तस्वीर 5 सितंबर को शेयर किया गया।

चंदा मामा के पास सो गए विक्रम और प्रज्ञान

विक्रम लैंडर के बाद रोवर प्रज्ञान चंदा मामा के पास से कई अहम जानकारियां जुटाई और दोनों दो सितंबर को स्लीप मोड पर चले गए।चंद्रमा के कुछ स्थानों पर करीब 14 दिनों तक निरंतर सूरज की रोशनी रहती है। उसके बाद 14 दिनों तक अंधेरा रहता है। हालांकि विक्रम और रोवर प्रज्ञान ने अपने प्राथमिक मिशन पूरे कर लिए हैं।

22 सितंबर 2023 के आसपास दोनों के जागने की उम्मीद

वहीं, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) को उम्मीद है कि उनमें अभी भी कुछ खोज बाकी है। इसरो ने एक्स (पहले ट्विटर), पर एक पोस्ट में कहा, ‘सौर ऊर्जा खत्म होने और बैटरी खत्म होने के बाद विक्रम प्रज्ञान सो गए हैं। 22 सितंबर, 2023 के आसपास उनके जागने की उम्मीद है।’

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