Pathankot:कहते हैं हुनर कभी किसी का मोहताज नहीं होता,न ही वो उम्र देखता है और न ही पेशा। वैसे तो दुनिया में कई अजूबे हैं और उसको मूर्त रूप देने वाले भी किसी अजूबे से कम नहीं। कलाप्रेमी किसी कलाकार की कला को तो देख लेते हैं,उसकी खूबसूरती पर निढाल भी हो जाते हैं,लेकिन उस कला को जीवंत कर देने वाले कलाकार को शायद ही देख पाते हैं। ऐसे ही एक कलाकार है पंजाब के पठानकोट में ,जो अपनी कला की खूबसूरती से उस कला में निखार पैदा कर उसे मनमोहक बना देते हैं।
पठानकोट की धरती पर कई ऐसे कलाकार पैदा हुए, जिन्होंने अपनी कला की छाप से Pathankot का नाम देशभर में रोशन किया। आज हम आपको ऐसे ही एक कलाकार के बारे में बताएंगे, जो अपनी कला के माध्यम से मिट्टी की ऐसी मूर्ति बनाता है ,जिसे देख आप कहेंगे वाह क्या बात है।
पेशे से क्लर्क,लेकिन अद्भुत कलाकारी
पठानकोट का ये कलाकार पेशे से शिक्षा विभाग में क्लर्क हैं,दिनभर कार्यालय के काम को निपटाने के बाद जो चंद समय बचता है वो अपने शौक को पूरा करने में लगाता है। इस कलाकार के बारीक नजरों से एक बार जो गुजर जाता है,उसका हुबहू मिट्टी की मूरत उतार देता है। चाहे वो प्रधानमंत्री मोदी की मूर्ति हो या फिर पंजाबी सिंगर सिद्धु मूसेवाला और दीप सिद्धू की।
पीएम मोदी की बनाई मूर्ति
Pathankot का वो कलाकार कोई और नहीं बल्कि शिक्षा विभाग में क्लर्क के पद पर तैनात बॉबी सैनी हैं। बॉबी सैनी एक कुशल कलाकार हैं,जो मिट्टी की अद्भुत कलाकारी के लिए जाने जाते हैं। बॉबी सैनी अब तक कई नामचीन हस्तियों की मिट्टी की मूर्तियां बना चुके हैं। बॉबी सैनी द्वारा बनाए गए मूर्तियों में कई बॉलीवुड के अभिनेता जैसे संजय दत्त,सलमान खान,अजय देवगन,ऋतिक रौशन के साथ साथ प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मुसावाला भी शामिल है। बॉबी ने अपनी हुनर से प्रधानमंत्री मोदी की मूर्ति बनाई है।
सिलिकॉन की मूर्तियां भी बनाते हैं बॉबी
बॉबी सैनी की माने तो उन्हें मिट्टी की मूर्तियां बनाने का शौक बचपन से ही था। समय के साथ-साथ उन्होंने अपनी कला को और धार दिया ,नतीजा उनकी बनाई मूर्ति लोगों को खूब पसंद आ रहा है। बॉबी अब विदेशी शैली यानी सिलिकॉन की मूर्तियां भी बना रहे हैं। बॉबी द्वारा बनाई गई सिलिकॉन की मूर्तियां मानो जीवंत हो उठेता है।
कलाप्रेमी ऐसी मूर्तियों को देखने पहले विदेशों में जाया करते थे,लेकिन बॉबी की कलाकारी ने ऐसे कलाप्रेमियों के लिए एक नायाब कला का नमूना पेश किया है। आज उनकी मेहनत औऱ लगन की चर्चा हर ओर हो रही है।
ये शैली आने वाली पीढ़ियों के लिए
बॉबी सैनी ने कहा कि उनकी चाहत अपनी कला को बिजनेस का रूप देना नहीं है,बल्कि वो आने वाली पीढ़ियों के लिए ऐसी विरासतें छोड़ जाना चाहते हैं। हालांकि बॉबी अभी खेतों की मिट्टी से अपनी कला को अंजाम तक पहुंचा रहे हैं,अगर इन्हें कला संस्कृति विभाग की ओऱ से मदद मिले और उपर्युक्त मेटेरियल उपलब्ध हो तो इनकी कलाकृति को और चारचांद लग जाए।
प्रदेश सरकार को ध्यान देने की जरूरत
बॉबी ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि उनकी कला संग्रह को एक संग्रहालय का रूप दिया जाय। ताकि आने वाली पीढ़ियां इस कला के माध्यम से कुछ सीखें और कला की बारीकियों को समझें। ऐसे में पंजाब सरकार को भी चाहिए की इस अद्भुत औऱ नायाब नगीने की कलाकृति को सहेज कर रखे, कलाकार को प्रोत्साहित करे,ताकि ऐसी नायाब कला किसी अंधेरे कोठरी में गुमनाम न हो जाए ।
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