कोरोना महामारी में जहां लाखों लोगों की रोजगार छीन गई है तो वहीं, लोगों को नया अवसर भी मिला है। कोरोना काल में ही लोगों ने बड़ी तेजी से व्यवसाय की ओर कदम रखा है। कारोबार के क्षेत्र में लोगों ने दिलचस्पी दिखाते हुए अपने-अपने अनुभव के अनुसार बिजनेस शुरू किया है। इसे देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को आगे बढ़ने का मौका दिया और बैंक से लोग लेने में आसानी कर दी और वो भी कम ब्याज पर। जिसके चलते लोगों की इसमें और भी आसानी होगी। लेकिन, अब लोन लेने वालों के लिए एक बड़ा झटका है। क्योंकि, दो बैंकें ने इसमें वृद्धि कर दी है।
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दरअसल, केनरा बैंक और करुड़ वैश्य बैंक ने कहा है कि, उन्होंने अपनी ऋण दरों (Loan Rate) में संशोधन किया है, जिसके चलते इनसे जुड़े कर्ज की मासिक किस्त (ईएमआई) में बढ़ोतरी होगी। केनरा बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि नई दरें सात जून से प्रभावी हैं। ज्यादातर ऋण एक साल की अवधि वाले एमसीएलआर से जुड़े होते हैं। सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने एक साल की अवधि वाली कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण दर (एमसीएलआर) को 0.05 फीसद बढ़ाकर 7.40 फीसद कर दिया है।
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छह महीने की अवधि के लिए एमसीएलआर दर भी बैंक ने 7.30 फीसदी से बढ़ाकर 7.35 फीसदी कर दी है। वहीं, निजी क्षेत्र के करूड़ वैश्व बैंक ने भी शेयर बाजार को बताया है कि, उसने बेंचमार्क प्रधान ऋण दर (बीपीएलआर) को 0.40 फीसद बढ़ाकर 13.75 फीसद और आधार दर को भी 0.40 फीसद बढ़ाकर 8.75 फीसद कर दिया है। बीपीएलआर, एमसीएलआर व्यवस्था से पहले उधार देने का पुराना मानक है।