Hindi News

indianarrative

सरकार से पैसे लेकर शुरू कर दें ये कम इन्वेस्टमेंट वाला Business, हर महीने आएगी मोटी रकम- देखें प्रोसेस

मोदी सरकार दे रही है तगड़ा Business करने का मौका

इन दिनों कारोबार के क्षेत्र में लोग काफी तेजी से भाग रहे हैं, कई सारे ऐसा छोटे व्यवसाय हैं जिन्हें आप कम पैसे में शुरु कर मोटी कमाई कर सकते हैं। केंद्र सरकार की ओर से भी कारोबार के क्षेत्र में बढ़ावा दिया जा रहा है। लोन से लेकर ट्रेनिंग तक दी जा रही है। ऐसे में लोग इस वक्त नौकरी छोड़ व्यवसाय को अपना रहे हैं। वैसे भी आज के समय में कमाई के कई सोर्स होने चाहिए, मतलब की सिर्फ नौकरी के पैसों पर सुनिश्चित नहीं रहना चाहिए बल्कि कुछ ऐसा प्लान करना चाहिए ताकि कई और जगह से पैसे आ सकें जिन्हें हम आगे के लिए सेविंग्स करके चले। आज के समय में कई सारे ऐसे बिजनेस हैं जो नौकरी के साथ-साथ किया जा सकता है। इसके साथ ही केंद्र सरकार भी इसमें आपकी मदद करती है। एक ऐसा ही बिजनेस है जिसके लिए मोदी सरकार काफी मदद करती है। इसमें कम पैसे लगाकर मोटी कमाई की जा सकती है।

कोरोना काल के बाद मेडिकल सेक्टर की मांग तेजी से बढ़ी है और महंगी होती दवाओं से लोगों का रहात दिलाने के लिए सरकार ने जेनरिक दवाओं के स्टोर खुला रही है। इन मेडिकल स्टोर को जन औषधि केंद्र कहा गया है। जिसका बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार की ओर से काफी मदद  की जाती है। सरकार ने साल 2024 तक देशभर में जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 10 हजार करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में आपके पास कमाई का स्थायी स्रोत बनाने का सुनहरा मौका है।

योग्यता

सरकार ने जन औषधि केंद्र खोलने के लिए तीन तरह की योग्‍यता निर्धारित की है।

पहले में कोई भी व्‍यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्‍ट, डॉक्‍टर और रजिस्‍टर्ड मेडिकल प्रेक्सिशनर यह केंद्र खोल सकता है।

दूसरी कैटेगरी में एनजीओ, प्राइवेट अस्‍पताल, ट्रस्‍ट आदि आते हैं।

तीसरी कैटेगरी में सरकार की ओर से निर्धारित एजेंसियों को मौका दिया जाता है।

इस केंद्र को खोलने के लिए आपके पास बी फार्मा, या डी फार्मा की डिग्री होनी चाहिए, जिसे आवेदन के समय ही प्रस्‍तुत करना होता है।

एससी-एसटी और दिव्‍यांग आवेदकों को 50 हजार रुपये की दवा एडवांस में दी जाती है।

यहां करे आवेदन

जन औषधि केंद्र खोलने के लिए रिटेल ड्रग का लाइसेंस जरूरी है, जिसे पाने के लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट janaushadhi.gov.in से फॉर्म डाउनलोड करना होगा। इसे भरकर ब्‍यूरो ऑफ फार्मा पब्लिक सेक्‍टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर के नाम से भेजना होगा। मुनाफे की बात करें तो, सरकार जन औषधि केंद्र खोलने वाले को कई तरह के फायदे दे रही है। इस केंद्र के जरिए बेची जाने वाली सभी दवाओं पर 20 फीसदी का कमीशन मिलता है। इसके अलावा हर महीने बेची गई कुल दवाओं के एवज में 15 फीसदी प्रोत्साहन भी दिया जाता है। साख ही केंद्र सरकार इस बिजनेस को शुरू करने के लिए फर्नीचर आदि की मदद के लिए 1.5 लाख रुपये की सहयाता करती है। इसके अलावा बिलिंग के लिए कंप्यूटर, प्रिंटर आदि खरीदने के लिए 50 हजार रुपये तक की सहायता मिलती है।