रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर हमले की घोषणा कर दी है। जिसके बाद से दोनों देशों में युद्ध शुरू हो गया है। रूस की ओर से ताबड़तोड़ मिसाइलों से हमले किया जा रहा है जिसमें यूक्रेन के कई शहरों में भारी तबाही मच गई है। लगभग यूक्रेन के 11 शहरों में रूस की ओर से मिलाइलें दागी गई हैं। इसके साथ ही राजधानी कीव को भारी नुकसान पहुंचा है। इन दोनों देशों के तनाव का असर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है और साथ ही भारत में भी इसका असर दिखने लगा है। रूस-यूक्रेन जंग के बीच भारतीयों के 9 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं।
दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग की वजह से शेयर बाजार में तेज गिरावट जारी है। घरेलू शेयर बाजार का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) 3 फीसदी से ज्यादा टूट गया है। इस गिरावट में निवेशकों के 9 लाख करोड़ रुपये डूब गए है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल शेयर बाजारों में घबराहट हैय़ इसीलिए भारतीय बाजारों पर दबाव है। मौजूदा समय में नए निवेश से फिलहाल बचना चाहिए।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य अभिनेया की आज घोषणा कर दी है। उन्होंने अपने एक संबोधन में कहा कि, इस खूनखराबे की जिम्मेदारी यूक्रेन की है। इसके साथ ही उन्होंने अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में हस्तक्षेप करने के किसी भी प्रयास के परिणाम उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी है कि, यूक्रेन पर अकारण और अनुचित हमले के कारण दुनिया रूस को मौत औऱ विनाश के लिए जिम्मेदार ठहराएगी। अमेरिकी और उसके सहयोगी एकजुट और निर्णायक तरीके से जवाब देंगे।
दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग का असर बाजार पर दिखने लगा है और विदेशी बाजारों में क्रूड के भाव 8 साल के ऊपरी स्तर पर पहुंच गई है। ब्रेंट क्रूड 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया है। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच शुरू हुई जंग का असर आगे भी तेल की सप्लाई पर देखने को मिल सकता है और माना जा रहा है कि क्रूड शॉर्ट टर्म में 105 डॉलर प्रति बैरल को छू सकता है। इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। क्योंकि भारत क्रूड का इंपोर्ट करता है और उनके इंपोर्ट बिल बढ़ेगा जिसके असर देश पर देखने को मिल सकता है।