केंद्रीय कर्मचारी लंबे समय से अपना फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मोदी सरकार 31 मार्च से पहले फिटमेंट फैक्टर बढ़ा सकती है। फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से कर्मचारियों की सैलरी में अच्छा इजाफा हो जाएगा। सरकार कर्मचारी फिटमेंट फैक्टर को 2.57 गुना से बढ़ाकर 3.68 गुना करने की मांग कर रहे हैं। ऐसा होने पर सरकारी कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 18,000 रुपये से बढ़कर 26,000 रुपये हो जाएगा। अगर सरकार केंद्रीय कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर में इजाफे की घोषणा करती है, तो उनके वेतन में बड़ी बढ़ोतरी होगी।
दरअसल, फिटमेंट फैक्टर बढ़ने से बेसिक सैलरी बढ़ जाएगी। वर्तमान में कर्मचारियों को 2.57 प्रतिशत के आधार पर फिटमेंट फैक्टर के तहत वेतन मिल रहा है, जिसे बढ़ाकर 3.68 प्रतिशत किया जाना है, तो कर्मचारियों के वेतन में न्यूनतम 8,000 रुपये बढ़ेगा। इसका मतलब है कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये से बढ़ाकर 26,000 रुपये किया जाएगा। अगर फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68 कर दिया जाता है, तो कर्मचारियों का मूल वेतन 26,000 रुपये हो जाएगा। अभी अगर आपका न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये है, तो भत्तों को छोड़कर, आपको 2.57 फिटमेंट फैक्टर के अनुसार 46,260 रुपये (18,000X 2.57 = 46,260) मिलेंगे।
अब अगर फिटमेंट फैक्टर 3.68 है तो आपकी सैलरी 95,680 रुपये (26000X3.68 = 95,680) होगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जून 2017 में 34 संशोधनों के साथ सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को मंजूरी दी थी। एंट्री लेवल बेसिक पे 7,000 रुपये प्रति माह से बढ़ाकर 18,000 रुपये किया गया, जबकि उच्चतम स्तर यानी सचिव को 90,000 रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये किया गया। क्लास 1 के अधिकारियों के लिए, शुरुआती वेतन 56,100 रुपये था।