चाहे जैसी भी स्थिति हो लेकिन पिता अपने बच्चों के लिए हमेशा ढाल बनकर खड़ा रहता है। मां बच्चे को जन्म देती है तो पिता उसे जीना सिखाते हैं। पिता बच्चों को सामने कभी अपने दुख को जाहिर नहीं होने देते। वो हमेशा शख्त रहते हैं ताकि इसका असर उनके बच्चे पर न पड़े। क्यों ने तमाम परेशानियों से सामना कर रहे हों लेकिन वो अपने बच्चे पर उसकी आंच तक नहीं आने देते। पिता का मतलब ही होता है उनके कंधे पर परिवार की जिम्मेदारी, जिन्हें शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। पिता वो इंसान है जो अपने बच्चों के लिए हर परिस्थिति के अनुसार कई रूप धारत कर लेता है। आज पूरी दुनिया फादर्स डे मना रही है। इस मैके पर आईए जानते हैं उन बॉलीवुड फिल्मों के बारे में जिसमें जिद्दी पापा को दिखाया गया। जो अपने बच्चों के भविष्य के लिए क्या-क्या नहीं करते।
दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (DDLJ)
शाहरुख खान की दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे सुपर डुपर हिट फिल्म है। 1995 में रिलीज हुई शाहरुख खान की इस फिल्म में काजोल, अमरीश पुरी और अनुपम खेर अहमर रोल में हैं। इसमें अमरीश पुरी काजोल के पिता की भूमिका में थे और अनुपम खेर शाहरुख खान के पिता बने थे। फिल्म में अमरीश पुरी संस्कारी पिता बलदेव सिंह के रोल में हैं। जब बलदेव सिंह को पता चलता है कि सिमरन और राज एक दूसरे से प्यार करने लगे हैं तो पहले वह सिमरन को लेकर अपने देश वापस लौट आते हैं। बाद में राज भी सिमरन के पास वापस आ जाता है। जब बलदेव सिंह को समझ में आ जाता है कि दोनों एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं तो वह सिमरन का हाथ राज के हाथ में दे देते हैं।
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मोहब्बतें
शाहरुख खान साल 2000 में आई सुपहिट फिल्म मोहब्बतें में उनके अलावा ऐश्वर्या राय और अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में हैं। इसमें अमिताभ बच्चन एक कॉलेज से सख्त और अनुशासन पाबंद प्रिंसिपल की भूमिका में होते हैं। फिल्म में उनकी बेटी से स्कूल टीचर को इश्क हो जाता है। जो उन्हें पसंद नहीं होता है। हालांकि, अंत में प्रिंसिपल की बेटी का प्रेमी उन्हें प्यार का मतलब समझा ही देता है।
दंगल
आमिर खान की सुपरहिट फिल्म दंगल जब रिलीज हुई तो इसके खूब तारीफें हुईं। इसमें एक गाना हानिकारक बापू भी खूब हिट हुआ और यही किरदार आमिर खान के ऊपर भी खूब सूट किया। उन्होंने ऐसे पिता को किरदार निभाया जो अपने बच्चों के भविष्य के लिए काफी शख्त पिता बने। जो अपनी बेटियों को कुश्ती सिखाने के लिए बहुत अनुशासित है। बेटियों को कुश्ती में गोल्ड मेडल दिलाने के लिए वह सबकुछ करता है। ये फिल्म रेसलर महावीर फोगाट और उनकी बेटियों की असली कहानी पर आधारित थी।
सूर्यवंशम
अमिताभ बच्चन की फिल्म सूर्यवंशम को आखिर कोई कैसे भूल सकता है। इसमें अमिताब बच्चन को डबल रोल होता है। उनके अलावा सैंदर्या ने भी अपने किरदार से खूब वाहवाही लूटी। फिल्म में फिल्म में अमिताभ ने बाप और बेटे दोनों का किरदार अदा किया है। अमिताभ बच्चन इस फिल्म में भी एक सख्त पिता की भूमिका में हैं। 'सूर्यवंशम' की गिनती ग्रामीण भारत में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्मों में होती है।