फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर फैमिली कपूर(Kapoor) खानदान की 4 पीढ़ियों ने बॉलीवुड में अपना दबदबा कायम रखा है. इस फैमिली के बिना सिनेमा का इतिहास लिखा ही नहीं जा सकता. इस खानदान के बेटों ने तो खूब शोहरत कमाई, फिल्मों के हीरो रहें, फिल्ममेकर रहें लेकिन बेटी-बहू को सिनेमा की दुनिया से अलग रखा जाता था. बबीता हो या नीतू सिंह हो, इन्हें भी शादी करने के बाद फिल्मों से मोह छोड़ घर गृहस्थी में रमना पड़ा. माना तो ये जाता है कि फिल्मों में काम करने वाली इस घर की पहली बेटी करिश्मा कपूर (Karisma Kapoor) हैं, लेकिन ये सही नहीं है. आज उस बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने पहली बार पर्दे पर कदम रखा था.
संजना कपूर हली बेटी हैं, जिसने फिल्मों में काम करना शुरू किया
पृथ्वीराज कपूर ने परंपरा बनाई थी कि उनके घर की बहू बेटियां सिनेमा में काम नहीं करेंगी. लेकिन बॉलीवुड के हैंडसम हंक शशि कपूर और जेनिफर केंडल की बेटी संजना कपूर इस खानदान की पहली बेटी हैं, जिसने फिल्मों में काम करना शुरू किया. शशि और जेनिफर के दो बेटे करण कपूर, कुणाल कपूर हैं और बेटी संजना कपूर हैं.
करिश्मा कपूर से पहले संजना ने अपने पिता के प्रोडक्शन हाउस में बनी फिल्म ‘36 चौरंगी लेन’ से डेब्यू किया था. मात्र 14 साल की उम्र में संजना ने सिल्वर स्क्रीन पर कदम रख दिया था. 1981 में आई इस फिल्म में उनकी मां जेनिफर केंडल ने मुख्य भूमिका निभाई थी, बेटी ने मां के बचपन का किरदार प्ले किया था. इसके बाद संजना ने 17 साल की उम्र में फिल्म ‘उत्सव’ में काम किया.
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इसके अलावा ‘हीरो हीरालाल’ में लीड रोल प्ले कर तहलका मचा दिया. बेहद खूबसूरत, अंग्रेज की तरह दिखने वाली संजना ने दर्शकों को अपना दीवाना बना दिया था. एक्ट्रेस की लीड रोल वाली पहली फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ दिए. कई फिल्मों का हिस्सा रहीं संजना ने अमिताभ के साथ भी काम किया. मीरा नायर की फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ में भी थीं. आखिरी बार 1994 में फिल्म ‘अरण्यक’ में नजर आई थीं.