कोरोना महामारी ने दुनियाभर के अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी। 2019 के बाद से कोरोना के लगभग 4 वेव आ चुके हैं और इस दौरान लाखों लोगों की जान चली गई। इस वक्त कोरोना के मामलों में फिर से तेजी आते दिख रही है। भारत में पहली और दूसरी लहर में जमकर तबाही देखने को मिली। लेकिन, केंद्र सरकार की रणनीति ने धीरे-धीरे मामलों पर काबू पा लिया। साथ ही वैक्सीनेशन अभियान के तहत भी तेजी से देश भर में टिकाकरण हुआ। भारत के लोगों के लिए इस एक अच्छी खबर आ रही है। अब 6 से 12 साल तक के बाच्चों को भी वैक्सीनेशन की मंजूर दे दी गई है।
खबरों की माने तो, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने 6-12 आयुवर्ग के लिए कोवैक्सीन की आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। शुक्रवार को ही सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने इस उम्र के बच्चों के लिए कोवैक्सीन की सिफारिश की थी। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन तैयार की है। वयस्कों के टीकाकरण में कोविशील्ड के अलावा कोवैक्सीन का भी इस्तेमाल हुआ था। फिलहाल, 15 से 18 साल के बच्चों को यह वैक्सीन दी जा रही है। गुरुवार को हुई बैठक में SEC ने भारत बायोटेक के आवेदन पर विचार किया था। हालांकि, शुक्रवार को कंपनी की तरफ से बताए गए डेटा के बाद एक्सपर्ट्स ने अतिरिक्त जानकारी मांगी थी।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच एक बार फिर बच्चों के टीकाकरण के प्रति ध्यान बढ़ा है। गुरुवार ने SEC ने 5 से 12 साल के बच्चों के लिए बायोलॉजिकल ई की कॉर्बिवैक्स के इस्तेमाल की सिफारिश की थी। फिलहाल, कॉर्बिवैक्स 12 से 14 साल के बच्चों को दी जा रही है। भारत में 15-18 साल के बच्चों का टीकाकरण जनवरी से शुरू हो गया था। मार्च में इसे 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए भी हरी झंडी दी गई।