केंद्र सरकार ने सेना में जवानों की भर्ती के लिए नई योजना की घोषणा की है जिसके तहत अब अग्निपथ के तहत 4 सालों के लिए भर्ती की जाएगी। सरकार ने इस योजना को लॉन्च करते हुए पूरा ब्योरा दिया है कि, जवानों की ट्रेनिंग कितने दिनों की होगी, उनका वेतना कितना होगा और चार साल के बाद उनके भविष्य का क्या होगा। कई राज्य सरकारों ने अभी से ऐलान कर दिया है कि चार साल के बाद वो इन जवानों को अपने यहां अलग-अलग सराकरी विभागों में भर्ती करेंगे। लेकिन, इसके बाद भी जमकर हंगामा हो रहा है। हालांकि, इसे भड़काने वाले विपक्ष और देश में बैठे कुछ कट्टरपंथी हैं जो युवाओं को गलत तरह से इसकी जानकारी देकर गुमराह कर रहे हैं। इस वक्त आलम यह है कि, इसका देश के कुछ राज्यों में जमकर विरोध किया जा रहा है। खासकर बिहार में इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। पिछले तीन दिनों में बिहार में चुन-चुन कर रेलगाड़ियों में आग लगाई जा रही है। और अब इसका फायदा विमान कंपनियां उठा रही हैं। क्योंकि, उन्होंने अपने किराए में कई गुना इजाफा कर दिया है।
बिहार और पश्चिम बंगाल से दिल्ली आने वाले हवाई जहाज का किराया आसमान में पहुंच गया है। आलम यह है कि दरभंगा से दिल्ली के लिए कल का फ्लाइट टिकट 19,471 रुपये में मिल रहा है। पटना में आज का टिकट 14,327 रुपये में मिल रहा है। एक यात्री की माने तो उसने पहले ट्रेन की टिकट कटाई थी लेकिन ट्रेन कैंसिल होने के चलते उन्होंने हावाई टिकट देखना शुरू किया तो किराया 19471 रुपये पहुंच गया। परसों के लिए करीब 10 हजार रुपये में टिकट मिल रहे हैं। इन रूस पर किराया चार से छह हजार रुपये के बीच रहता है।
बिहार और पश्चिम बंगाल के बार्डर पर स्थित सिलिगुड़ी बागडोगरा से दिल्ली आने का भी हवाई जहाज से किराया बढ़ गया है। रेल प्रशासन ने एहतियातन दिल्ली आने वाली लगभग सभी महत्वपूर्ण गाड़ियों को कैंसिल कर दिया है। बागडोगरा से दिल्ली तक का आज का किराया 15013 रुपये हो गया है। इस रूट पर कल का किराया भी 9313 रुपये दिखा रहा है। वहीं, पटना से दिल्ली के बीच हवाई जहाज का किराया आमतौर पर सामान्य रहता है। क्योंकि इस रूट पर रोज करीब 15 नान स्टॉप फ्लाइट है। लेकिन इस वक्त इस रूक का किराया बढ़ कर 14337 रुपये पर चला गया है। इस रूट पर कल का किराया 7197 रुपये दिखाया जा रहा है। इसके पहले करीब 5000 रुपये किराया था। ऐसे में इस प्रोटेस्ट का फायदा विमान कंपनियां जमकर फायदा उठा रही हैं और मजबूरी में यात्रियों को इतनी रकम देकर ही टिकट कराना पड़ रहा है।