ऑनलाइन शॉपिंग अमेजन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दरअसल, मध्य प्रदेश के भिंड जिले में ऑनलाइन गांजा बेचने वाले रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। इस मामले में पुलिस ने ई-कॉमर्स कंपनी एएसएसएल अमेजन को भी आरोपी बताया है। पुलिस की प्रेस रिलीज करते हुए बताया- '13 नवंबर को भिंड के गोहद चौराहा थाना इलाके में 21 किलो 734 ग्राम गांजा बरामद हुआ था। पुलिस ने इस मामले में अन्य आरोपी मुकुल जायसवाल को ग्वालियर से और गांजा की खरीददार चित्रा बाल्मीक को मेहगांव से गिरफ्तार किया था।
पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी सूरज और मुकुल जायसवाल ने Babu Tex नामक एक फर्जी कंपनी बनाई थी। फिर अमेजन कंपनी में सेलर के रूप में अपनी कंपनी को रजिस्टर करवाया। इसके बाद ये लोग Stevia के रूप में विशाखापट्टनम से गांजे की सप्लाई अपने ग्राहकों को तय जगहों पर करवाते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अमेजन कंपनी के कार्यकारी निदेशकों के खिलाफ एनटीपीएस एक्ट 1985 की धारा 38 के तहत केस दर्ज करके आरोपी बनाया गया है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले पर कहा कि अमेजन कंपनी के अधिकारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। अगर ऐसा ही रहा तो उसके सीईओ और एमडी के खिलाफ कार्रवाई होगी। आपको बता दें कि एनडीपीएस एक्ट 1985 की धारा 38 के अनुसार, अगर कोई अपराध किसी कंपनी द्वारा किया गया है तो वहां प्रत्येक व्यक्ति, जो उस अपराध के किए जाने के समय उस कंपनी के कारोबार के संचालन के लिए उस कंपनी के प्रति उत्तरदायी था और साथ ही वह कंपनी भी, दोनों उस अपराध के दोषी समझे जाएंगे।
आपको बता दें कि भांग और गांजा एक ही प्रजाति कि पौधे से बनते हैं। ये प्रजाति नर और मादा के रूप में विभाजित की जाती है, भांग नर प्रजाति से बनती है और गांजा मादा प्रजाति से बनता है, लेकिन गांजा और भांग को बनाने का तरीका भी काफी अलग है। दरअसल गांजा पौधे के फूल से तैयार किया जाता है और फिर इसे सुखाया जाता है। इसका धूम्रपान किया जाता है। स्मोकिंग की वजह से गांजा जल्दी नशा कराता है। वैसे कई लोग अलग तरीके से इसे खाने या पीने के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। ठीक वैसे ही भांग, जिस पौधे की पत्तियों से बनती है, उन्हें कैनेबिस की पत्तियां कहा जाता है और बीजों को पीसकर इसे तैयार किया जाता है।