सर्दियां धीरे-धीरे दस्तक दे रही है। ऐसे में ठंड से होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स भी शुरु हो गई है। विंटर रैश भी सर्दियों में होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स में शामिल है। दरअसल, स्किन पर रैशेज पड़ना ठंडे तापमान पर निर्भर करता है। हमारी त्वचा में नैचुरल ऑयल होता है जो इसे मॉइस्चराइज रखने में मदद करता है, लेकिन सर्दियों के मौसम में ठंडे तापमान के कारण त्वचा की नमी चली जाती है। जिससे खुजली के कारण त्वचा पर रैशेज हो जाते हैं। चलिए आपको बताते है कि इसके लक्षण, खतरा, इलाज के बारे में…
विंटर स्किन रैश के लक्षण– स्किन में ड्राईनेस के अलावा पैचेस, ईचिंग, जलन, दरारें पड़ना और स्किन सेंसेशन होना सभी विंटर रैशेस के लक्षण हैं. ये रेशेज किसी को भी हो सकते हैं.
विंटर स्किन रैशेज होने पर खतरा– रैशेज आने पर सूजन की समस्या होना, इम्यूनो डेफिशिएंसी की स्थिति होना, डिहाइड्रेशन होना, त्वचा का बहुत ज्यादा संवेदनशील त्वचा हो जाना, अस्थमा जैसी सांस की समस्या होना सभी स्किन विंटर रैशेज के लक्षण हैं.
विंटर स्किन रैशेज का इलाज
विंटर स्किन रैशेज का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका स्किन को नमीयुक्त रखना है।
कुछ ओवर-द-काउंटर क्रीम जिनमें लैक्टिक एसिड होता है, त्वचा को प्रभावी रूप से ठीक कर सकती हैं।
नहाने के बाद तुरंत मॉइस्चराइजर लगाएं, जिसमें इसे दिन में कई बार लगा सकते हैं।
नैचुरल ऑयल जैसे नारियल का तेल भी अच्छा ऑप्शन है।
हर्बल प्रोडक्ट और हर्बल साबुन का उपयोग करें।
तेज हीटर का उपयोग करने से बचें।
घर में नमी बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
भरपूर मात्रा में पानी पीएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।
लंबे समय तक धूप में रहने से बचें।