कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट ने भारत समेत दुनिया भर में चिंताएं बढ़ा दी हैं। दिल्ली में भी ओमिक्रॉन के खतरा बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में निपटने कों दिल्ली सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बीच खबर सामने आई कि दिल्ली में कभी भी लॉकडाउन लग सकता है। इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपना जवाब दिया। दरअसल, केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम की शुरुआत की, जिसका मकसद प्रशिक्षित शिक्षकों के मार्गदर्शन में दिल्लीसियों को नियमित रूप से योग का अभ्यास करने में मदद करना है।
मुख्यमंत्री द्वारा एक मोबाइल फोन नंबर लॉन्च किया गया जिस पर लोग मिस्ड कॉल दे सकते हैं और योग शिक्षकों का मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर एक वेबसाइट dillikiyogshala.com भी लॉन्च की गई।इस कार्यक्रम के बाद सीएम केजरीवाल ने मीडिया से बात की और ओमिक्रॉन को लेकर कहा कि हम ओमिक्रॉन के खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। केजरीवाल ने कहा कि अगर जरूरी हुआ तो हम आवश्यक प्रतिबंध भी लगाएंगे। फिलहाल किसी तरह की पाबंदी लगाने की जरूरत नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने पर फैसला स्कूलों की शीतकालीन छुट्टी खत्म होने के बाद लिया जाएगा।
We're ready to tackle the Omicron threat. If required, we will impose necessary restrictions. Currently, there is no such need to impose any restrictions…A decision on re-opening of schools will be taken after winter vacation for schools end: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/jZkgZ2Ml7E
— ANI (@ANI) December 13, 2021
केजरीवाल ने बीते महीने कहा था कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए हमें जिम्मेदार सरकारों के रूप में तैयार रहने की जरूरत है, जहां तक बेड का सवाल है, हमने 30,000 ऑक्सीजन बेड तैयार किए हैं और इनमें से लगभग 10,000 आईसीयू बेड हैं। इसके अलावा 6,800ICU बेड्स निर्माणाधीन हैं जो फरवरी तक तैयार हो जाएंगे। हम हर नगर पालिका वार्ड में 100 ऑक्सीजन बेड्स को 2 हफ्ते के नोटिस पर तैयार कर सकते हैं। दिल्ली में 270 वार्ड हैं तो इस तरह से हम 27,000 ऑक्सीजन बेड्स और तैयार कर सकते हैं। इन सबको मिलाकर हम 63,800 बेड्स तैयार कर सकते हैं।