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Asani Cyclone: पश्चिम बंगाल जाने वाले सैलानी रहें खबरदार! टूरिस्ट प्लेसेस पर ज्यादा रहेगा ‘असानी’ का असर

असानी का असर!

असानी चक्रवात की विभीषिका को लेकर केंद्र सरकार इस चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने वाले राज्यों के सीधे संपर्क में है। असानी चक्रवात से जन-धन की हानि न हो इसलिए समस्त इंतजाम कर लिए गए हैं। असानी का सीधा असर पश्चिम बंगाल पर भी होने की आशंका है। इसी आशंका को देखते हुए कोलकाता नगर निगम और पश्चिम बंगाल सरकार ने कमर कस ली है।

पश्चिम बंगाल में दमकल विभाग के सभी कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। अधिकारियों ने कहा कि कुल 16टीमों का गठन किया गया है। इसके सदस्यों को गिरे हुए पेड़ों की शाखाओं को साफ करने के लिए मशीनरी से लैस किया जाएगा। मौसम विभाग ने उत्तर बंगाल में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। हालांकि राज्य में चक्रवाती तूफान का असर पहले से ही दिखाई दे रहा है।

मौसम विभाग ने जानकारी दी थी कि अगले 24घंटों में उत्तर बंगाल में भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने बताया कि ‘तूफान’ के प्रभाव से उत्तर बंगाल में बारिश के लिए अनुकूल माहौल बना हुआ है। इसके चलते गुरुवार से भारी बारिश शुरू हो सकती है। मौसम कार्यालय ने उत्तर बंगाल के पांच जिलों- दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। संयोग से उत्तर बंगाल के ये पांच जिले लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं।

 मौसम विभाग ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती हालात के कारण उत्तर बंगाल में दक्षिण हवाएं चल रही हैं। इससे उत्तर बंगाल के जिलों में बारिश की संभावना बनी हुई है। दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में मुख्य रूप से गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, लेकिन शेष तीन जिलों जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में गुरुवार से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। हालांकि, 15मई रविवार तक पूरे राज्य में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।

असानी चक्रवात तूफान की वजह से कोलकाता में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। तटीय इलाकों के लोगों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। पर्यटकों को समुद्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। एनडीआरएफ लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को सचेत करने के अलावा नई दीघा से पुरानी दीघा तक साढ़े चार किलोमीटर लंबे समुद्र तट पर सायरन बजाकर मछुआरों को सचेत किया जा रहा है।

दीघा, मंदारमणि और ताजपुर के समुद्र तटों को बंद कर दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात वर्तमान में आंध्र प्रदेश के कांकिनारा से 210किमी, विशाखापत्तनम से 310किमी, गोपालपुर से 530किमी और पुरी से किमी दूर है।

 इसके लगभग उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 11मई की सुबह तक काकीनाडा-विशाखापत्तनम तटों के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद, इसके धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और काकीनाडा और विशाखापत्तनम के बीच आंध्र प्रदेश तट के साथ आगे बढ़ने और फिर उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटों से बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी में उभरने की बहुत संभावना है। वहीं इस तूफान की 11मई की सुबह तक धीरे-धीरे कमजोर होकर 12मई की सुबह डिप्रेशन में बदलने के अनुमान है