देश में दिल्ली सहित उत्तर भारत में चिलमिलाती गर्मी से परेशान हैं तो दूसरी तरफ असम में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। राज्य के कई हिस्से तो भारी बारिश, बाढ़ व भूस्खलन से प्रभावित हैं। कुछ जिलों में हालात इतने ज्यादा बिगड़ गए हैं कि यहां भारतीय सेना को अब बचाव कार्यों के लिए बुलाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को हिमंत बिस्वा सरमा से हालात की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
26जिलों में बाढ़, 4लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
असम के 26जिलों में बाढ़ से 4.03लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, अकेले कछार जिले में कुल 96,697लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद होजई में 88,420, नगांव में 58,975, दरांग में 56,960, विश्वनाथ में 39,874और उदलगुरी जिले में 22,526लोग प्रभावित हुए हैं।बाढ़ की इस लहर से 67राजस्व मंडलों के 1,089गांव प्रभावित हैं और बाढ़ के पानी में 32944.52हेक्टेयर फसल भूमि डूब गई है। नागांव जिले के कामपुर राजस्व मंडल से एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है। जिला प्रशासन ने 89राहत शिविर और 89वितरण केंद्र स्थापित किए हैं जहां 39,558बाढ़ प्रभावित लोग शरण ले रहे हैं।
अमित शाह ने किया ट्वीट
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, असम के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद बने हालात को लेकर चिंतित हूं।स्थिति का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा से बात की। एनडीआरएफ की टीमें पहले ही तैनात कर दी गई हैं। केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
कछार जिले में बचाव कार्य में जुटी सेना
वहीं कछार जिले में हालात बिगड़ने के बाद भारतीय सेना को बचाव कार्यों के लिए बुलाया गया। सेना और असम राइफल्स की टीम ने मंगलवार को कछार जिले के अलग-अलग हिस्सों में बचाव कार्य शुरू कर दिया है। रक्षा विभाग के पीआरओ ने बताया कि कछार जिले के उपायुक्त की ओर से अनुरोध प्राप्त हुआ था, जिसके बाद तुरंत भारतीय सेना और असम राइफल्स की टीमों को बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए रवाना किया गया।
कई गांवों में हुआ भूस्खलन
इसके अलावा कई गांवों में भूस्खलन की खबर मिल रही है, जिनमें न्यू कुंजंग, फियांगपुई, मौलहोई, नामजुरंग, दक्षिण बगेतार, महादेव टीला, कालीबाड़ी, उत्तरी बगेतार, सिय्योन और लोदी पंगमौल शामिल हैं। भूस्खलन की वजह से जतिंगा-हरंगाजाओ और माहूर-फिडिंग में रेलवे लाइन अवरुद्ध हो गई है।