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West Bengal में दीदी की उल्टी गिनती शुरू! कोर्ट ने कहा- एक भी सबूत नष्ट हुआ तो…

Birbhum violence case: ममता बनर्जी को हाई कोर्ट से फटकार

पश्चिम बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रदर्शनकारियों ने जमकर हिंसा किया। आलम यह था कि लोगों को जिंदा जला दिया गया, जिन्होंने बीजेपी का हाथ थामा उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। औरतों का रेप किया गया, उनके घरों को जला दिया गया। ममता बनर्जी ने इस चुनाव को हिंसा के दम पर जीता। जीत के बाद बीजेपी नेताओं को निशाना बनाया गया और उनके घरों को जला दिया गया। इसके साथ ही कई लोगों को मार दिया गया। जिसके बाद लाखों लोगों ने पश्चिम बंगाल से पलायन कर लिया। अब एक बार फिर से बंगाल जलने लगा है। और इस बार एक टीएमसी नेता की हत्या पर ममता के समर्थकों ने 10 लोगों को जिंदा जला दिया है और 40 घरों को फूंक दिया है। इस पर हाई कोर्ट सख्त हो गई है और 24 घंटे के अंदर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दियाहै।

कलकत्ता हाई कोर्ट ने ममत सरकार को पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट में आगजनी की घटना पर 24 घंटे के भीतर स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही राज्य सरकार को सख्त निर्देश दिए हैं कि मौके पर सबूत नष्ट नहीं होने चाहिए। इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी। बीरभूम हिंसा मामले में बुधवार को जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट ने रामपुरहाट इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से एक टीम आगजनी की घटना के दृश्य से नमूने एकत्र करने के लिए भेजी जाएगी।

हाई कोर्ट ने अपने निर्देश में कहा कि कोई सबूत नष्ट न होने दें। जिला अदालत और राज्य के डीजीपी को हर ग्रामीण और गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी। यदि कोई पोस्टमार्टम लंबित है, तो उसकी वीडियोग्राफी करनी होगी। गौरतलब है कि इससे पहले सुनवाई के दौरान सीबीआई ने इस केस की जांच लेने की बात भी कही थी। नेशनल एजेंसी ने कोर्ट को कहा कि अगर उच्च न्यायालय आदेश देता है तो वो इस मामले की जांच को ले सकते हैं।

बता दें कि, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रमुख की हत्‍या के बाद टीएमसी का कार्यकर्ताओं ने बीरभूम के रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बोगतुई गांव मेंकरीब एक दर्जन घरों में आग लगा दी। आग में झुलसने 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं अन्य 38 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। इस अग्नि कांड में चालीस घरों को आग के हवाले किया गया, जोकि अब पूरी तरह से खाक हो गए हैं।