पश्चिम बंगाल में 2021विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रदर्शनकारियों ने जमकर हिंसा किया। आलम यह था कि लोगों को जिंदा जला दिया गया, जिन्होंने बीजेपी का हाथ थामा उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। औरतों का रेप किया गया, उनके घरों को जला दिया गया। ममता बनर्जी ने इस चुनाव को हिंसा के दम पर जीता। जीत के बाद बीजेपी नेताओं को निशाना बनाया गया और उनके घरों को जला दिया गया। इसके साथ ही कई लोगों को मार दिया गया। जिसके बाद लाखों लोगों ने पश्चिम बंगाल से पलायन कर लिया। अब एक बार फिर से बंगाल जलने लगा है। और इस बार एक टीएमसी नेता की हत्या पर ममता के समर्थकों ने 10लोगों को जिंदा जला दिया है और 40घरों को फूंक दिया है। इस मामले पर सीबीआई ने जब छापेमारी की तो मिट्टी में दबे बम मिले।
दरअसल, राज्य के बीरभूम में हिंसा को लेकर सीबीआई को बड़ी सफलता मिली है। खबरों की माने तो TMC नेता भादू शेख की हत्या के आरोपी के घर के पास बम बरामद हुए हैं। कहा जा रहा है कि, यह बम मिट्टी के अंगर दबाए गए थे। सीबीआई की टीम ने सूचना पर बगतुई गांव में रेड मारी थी। पुलिस की माने तो, गुप्त सूचना के आधार पर CBI और बम निरोधक दस्ते की एक टीम ने घटनास्थल पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान स्थानीय बोरोशल ग्राम पंचायत के उपप्रमुख भादू शेख की हत्या के आरोपी पलाश शेख के घर के पास मिट्टी में दबे बम बरामद हुए।
पलाश का घर गांव के प्रवेश द्वार पर है और हाल ही में बीरभूम की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई शीर्ष अधिकारी गांव का दौरा कर चुके हैं। बता दें कि, बंगाल के बीरभूमी जिले के रामपुरहाट गांव में हाल ही में करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। जिसमें दो बच्चों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। ये हिंसा टीएमसी पंचायत नेता भादू प्रधान की कथित हत्या के तुरंत बाद हुई। इस बीच, मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम अब नौ आरोपियों का फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक परीक्षण करेगी क्योंकि उनके बयान मेल नहीं खा रहे हैं। इसके लिए सीबीआई ने रविवार को कोर्ट में अर्जी दी है।