कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा पूरी दुनिया पर मंडरा रहा है। भारत समेत 70 से ज्यादा देशों में अब तक ये फैल चुका है। 89 देशों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पहचान की जा चुकी है और यह उन स्थानों पर डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है, जहां संक्रमण का सामुदायिक स्तर पर प्रसार ज्यादा है। इसके मामले डेढ़ से तीन दिन में दोगुने हो जाते हैं। ओमिक्रॉन को कहर सबसे ज्यादा ब्रिटेन में देखने को मिल रहा है। ब्रिटेन की हालात ओमिक्रॉन की वजह से बिगड़ते नजर आ रहे है।
Britain has recorded more than 93,000 daily coronavirus infections, a new high, as the fast-spreading Omicron variant puts pressure on a government that has resisted imposing tough restrictions before Christmas. https://t.co/3fWoyjd8Dt pic.twitter.com/mLSvNnkFbw
— The New York Times (@nytimes) December 17, 2021
ब्रिटेन में 17 दिसंबर को 92 हजार से ज्यादा केस मिले हैं, जो एक दिन में मिले नए केसेज का रिकॉर्ड है। अगर ब्रिटेन की तरह ही भारत में भी कोरोना फैला तो तीसरी लहर के दौरान रोजाना 14 लाख तक केसेज आ सकते हैं। यूरोप के ज्यादातर देशों में कोरोना के नए केसेज रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, तो अमेरिका के 35 से ज्यादा राज्यों में ओमिक्रॉन फैल चुका है। अगर ऐसे ही हालात रहे तोअगले साल फरवरी महीने में कोरोना पीक पर होगा। ओमिक्रॉन की वजह से भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आएगी।
Omicron driven third wave in India likely to peak in Feb: Covid Supermodel Panel
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— ANI Digital (@ani_digital) December 18, 2021
ओमिक्रॉन और डेल्टा को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा मिलकर एक नए और ज्यादा खतरनाक सुपर वेरिएंट को बना सकते हैं। आमतौर पर इंसान कोरोना के एक ही वेरिएंट से संक्रमित होता है। लेकिन कुछ खास मामलों में दो वेरिएंट एक ही वक्त पर मरीज को संक्रमित करते हैं। अगर डेल्टा और और ओमिक्रॉन दोनों एक सेल को संक्रमित करते हैं तो ये आपस में डीएनए की अदला-बदली कर सकते हैं। इन दोनों के मिलने से कोरोना का एक नया सुपर वेरिएंट बन सकता है। दोनों वेरिएंट से यह पहले से भी ज्यादा खतरनाक वेरिएंट बन सकता है।
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