कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर ने पूरी दुनिया में जमकर तबाही मचाई। इसके साथ ही भारत में कोरोना ने जमकर कहर मचाया। खासकर दिल्ली जैसे छोटे शहर में कोरोना बेकाबू हो गया था। सरकार की सारी नीतियां इसके आगे फेल हो गई थी। कहीं अस्पताल में बेड की कमी तो कहीं पर ऑक्सीजन की कमी के चलते लोगों ने जान गवां दी। घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए कई किलोमीटर तक कतारें देखी गई। अब इसी दिल्ली में एक बार फिर से कोरना का डर सताने लगा है। ऐसे में प्रशासन कोरोना के नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त हो गई है।
राजधानी में अब एक बार फिर मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। कोरोना के खिलाफ सख्ती को लेकर साउथ दिल्ली की एडीएम प्रियंका कुमारी ने निर्देश जारी कर दक्षिणी दिल्ली के हौज खास, साकेत और महरौली में तीन इंफोर्समेंट टीमों का गठन करने को कहा है। टीम की अगुवाई और मॉनिटरिंग का काम संबंधित कार्यक्षेत्र के तहसीलदार करेंगे और हर दिन कोरोना नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के काटे गए चालान का ब्यौरा कॉर्डिनेशन ब्रांच में देंगे।
निर्देश जारी कर अप्रैल 2022 में हुई DDMA बैठक और उसमें लिए गए फैसलों को सख्ती से लागू करने के लिए कहा गया है। खासकर दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर मास्क नहीं लगाने वालों से 500 रुपये का जुर्मना वसूला जाएगा। दिल्ली में बीते एक सप्ताह से हर दिन करीब ढाई हजार मामले सामने आ रहे हैं। जिसके बाद एक बार फिर से कोरोना का डर सताने लगा है।
बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने कुछ सैंपल की जिनोम सिक्वेनसिंग जांच कराई गई। जिनोम सिक्वेनसिंग में कोरोना का नया वैरिएंट पाया गया। यह ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट BA- 2.75 है। दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़ते उतार-चढ़ाव को देखते हुए सरकार ने सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मास्क लगाने के लिए भी कहा गया है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन की गति को और बढ़ाने के लिए कहा गया है।
कोरोना संक्रमण दर दिल्ली में 18 प्रतिशत के करीब हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 10 अगस्त को दिल्ली में कोरोना के 2146 नए मामले सामने आ चुके हैं। इस वायरस से संक्रमित 8 मरीजों की मौत हो चुकी है और संक्रमण दर बढ़कर 17.83 प्रतिशत हो गई है। दिल्ली में फिलहाल कुल सक्रिय कोरोना मरीजों की संख्या 8205 हो गई है और कंटोनमेंट जोन की संख्या 259 है।