भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ करीब 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए अंतर सरकारी स्तर पर समझौता किया था। इस समझौते के बाद से ही चीन और पाकिस्तान में बौखलाहट थी। कोरोना महामारी के बाद भी फ्रांस ने भारत को 36 राफेल विमान दिए जिसके बाद से भारतीय सैन्य की ताकत और भी ज्यादा बढ़ गई है। अब एक बार फिर से फ्रांस ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर भारत को अतिरिक्त राफेल देने के लिए तैयार है। जिसके बाद से पड़ोसी मुल्क की चीन और पाकिस्तान सरकार हिल गई है।
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फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले ने आज शुक्रवार को कहा कि उनका देश भारत को आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त राफेल युद्धक विमान देने को तैयार है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, एक ही तरह का विमान रणनीतिक साझेदारों द्वारा उपयोग करना उनके संबंधों की वास्तविक परिसंपत्ति और मजबूती को दिखाता है। भारत की यात्रा पर आईं पार्ले ने यह बयान अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से विस्तृत मुद्दों पर होने वाली वार्ता से पहले थिंकटैंक में की।
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इससे पहले फ्रांसीसी दूतावास ने कल गुरुवार को जानकारी दी थी कि कोविड-19 महामारी के बावजूद भारत को निर्धारित समय पर 33 राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति की जा चुकी है। भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ करीब 59 हजार करोड़ रुपये में 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए अंतर सरकारी स्तर पर समझौता किया था। एक सवाल के जवाब में फ्रांस की रक्षा मंत्री पार्ले ने कहा कि, मैं खुश हूं कि भारतीय वायुसेना राफेल विमानों से संतुष्ट है औऱ हमें गर्व है कि कोविड-19 महामारी के बाद भी हमने करार के तहत समय पर 36 विमानों की आपूर्ति की। यह उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि, एक ही तरह के विमान का उपयोग करना वास्तविक परिसंपत्ति और ताकत है। मैं निश्चिंत हूं कि नई संभावनाओं की गुंजाइश है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, यदि भारत की अतिरिक्त आवश्यकता व्यक्त की गई तो हम उसका जवाब देने को तैयार हैं।