लंदन में “भारतीय लोकतंत्र पर हमले” की टिप्पणी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष हमला करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि यह दर्दनाक है, जब कुछ लोग ” विदेशी भूमि पर उभरते हुए भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं।”
शुक्रवार को दिल्ली में समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती की जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए धनखड़ ने कहा, “यह दर्दनाक है जब हममें से कुछ लोग विदेशी धरती पर उभरते भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश करते हैं। इसे रोका जाना चाहिए। कोई भी व्यक्ति, जिसके दिल में देश के लिए जगह है, वह हमेशा उस प्रगति के बारे में बोलेगा, जिस पर भारत चल रहा है और जहां इसे और आगे बढ़ना चाहिए। मेरा मानना है कि हमारे नेताओं को उन कमियों या उन क्षेत्रों को दोष को दूर करने पर काम करना चाहिए, जहां हमारी कमियां रही हैं. बजाय इसके कि हम ख़ुद अपनी कमी का ढिंढोरा पीटने लगे।” उपराष्ट्रपति ने कहा, “विदेशी धरती पर देश की आलोचना करना ठीक नहीं।”
आगे की टिप्पणियों में अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि उनका दावा है कि विदेशी धरती पर देश की छवि ख़राब करने का उनका इरादा था। धनखड़ ने स्वामी दयानंद के शब्दों को भारत की स्वतंत्रता और विदेशी शासन और तौर-तरीक़ों के प्रति उनके प्रतिरोध के बारे में बताया।
इससे पहले राहुल ने लंदन के प्रतिष्ठित कैंब्रिज विश्वविद्यालय में अपने व्याख्यान को लेकर सुर्ख़ियां बटोरी थीं, जिसमें दावा किया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारतीय लोकतंत्र पर “हमला” हो रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी के लिए विदेशी धरती का इस्तेमाल करना ठीक नहीं,क्योंकि इससे देश की छवि धूमिल होती है।