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Go-Air Flight: Go First की फ्लाइट का अचानक टूटा विंडशील्ड, गो फर्स्ट की फ्लाइट में दो दिन में तीसरी गड़बड़ी

दो दिन में तीसरी घटना

देश में पिछले कुछ दिनों फ्लाइट में खराबी से जुड़ी कई घटनाएं सामने आ रही है। वहीं एक बार आज फिर से गो एयर  फ्लाइट की विंडशील्ड उड़ान के दौरान टूटने की घटना सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार यह फ्लाइट दिल्ली से गुवाहाटी जा रही थी, इसी दौरान फ्लाइट में विंडशील्ड क्रैक होने की सूचना पायलट को मिली। जिसके बाद पायलट ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। फ्लाइटर को दिल्ली लैंड करना था, लेकिन खराब मौसम के चलते विमान को दिल्ली में लैंड नहीं कराया जा सका। जिसके बाद विमान को जयपुर डायवर्ट किया गया, समय रहते और पायलट की सूझ-बूझ से विमान को जयपुर हावई अड्डे पर लैंड कराया गया। फिल्हाल विमान में सभी यात्री सुरक्षित है।

नागर विमानन महानिदेशालय ने दी जानकारी

नागर विमानन महानिदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि गो एयर की फ्लाइट G8-151जो दिल्ली से गुवाहाटी जा रही थी। इसी दौरान किसी कारण से फ्लाइट की विंडशील्ड में दरार आ गई। जिसके बाद विमान को दिल्ली वापस लाया गया। लेकिन राजधानी में मौसम काफी खराब था, जिसके चलते फ्लाइट दिल्ली में लैंड नहीं हो सकी, विमान को जयपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंड कराया गया। गौरतलब है कि दो दिनों में गो फर्स्ट के विमान में तकनीकी खराबी की यह तीसरी घटना है।

2दिन पहले भी 2फ्लाइट डायवर्ट हुईं थी

आपको बता दे कि 17जुलाई यानी रविवार को एक के बाद एक दो भारतीय एयरलाइन कंपनियों की इंटरनेशनल फ्लाइट्स को भी तकनीकी खराबी के चलते डायवर्ट किया गया था। जो कालिकट से दुबई जा रहे एअर इंडिया एक्सप्रेस के विमान को मस्कट में लैंड कराया गया था। इसके कुछ घंटे पहले ही शारजाह से हैदराबाद आ रहे इंडिगो के प्लेन की पाकिस्तान के कराची में लैंडिंग कराई गई थी। देखा जाए तो पिछले एक महीने के दौरान सबसे ज्यादा स्पाइसजेट के विमान में तकनीकी खराबी आने का मामला सामने आया है। आपको बता दे कि 11जुलाई को दुबई-मदुरै फ्लाइट के नोज व्हील में खराबी आई थी।

एयरलाइन कंपनियों पर DGCA सख्त

पिछले कुछ दिनों से यात्री विमानों में तकनीकी खराबी से आपात लैंडिंग के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। जिसके बाद अब इसे लेकर नागर विमानन महानिदेशालय ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। नागर विमानन महानिदेशालय ने साफ कह दिया है कि किसी भी एयरलाइंस के विमान को बेस या एयरपोर्ट से तभी उड़ान भरने की इजाजत दी जाएगी, जब लाइसेंस प्राप्त स्टाफ ने उसकी सुरक्षा को लेकर मंजूरी दे दी हो।