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Hamid Ansari के विवादित बोल, ISI व दंगों से जुड़ी संस्था के कार्यक्रम में पहुंच उगले देश के खिलाफ जहर

हामिद अंसारी के विवादित बोल

देश के पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने विवादित बयानों के सिलसिले में एक और कड़ी जोड़ दी है। गणतंत्र दिवस के मौके पर उन्होंने ऐसा बयान दिया कि हर ओर उनकी आलोचना हो रही है। अमेरिका में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान हिंदुओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि, देश में धार्मिक बहुमत वाली आबादी को राजनीति में एकाधिकार दे दिया गया है। वो यही नहीं रुके इसके आगे उन्होंने कहा कि, देश में धर्म के आधार पर असहिष्णुता को बढ़ावा दिया जा रहा है

हामिद अंसारी ये सारे जहर जिस कार्यक्रम में उगल रहे थे उसके आयजकों में एक इंडियन-अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC) भी शामिल था जिस पर भारत में दंगे करवाने और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) से सांठगांठ के गंभीर आरोप हैं। इस कार्यक्रम में अभिनेत्री स्वरा भास्कर भी शामिल हुई थीं। इस संस्था के मंच से केंद्र की मोदी सरकार पर अंसारी ने निशाना साधते हुए कहा कि, भारत में नागरिक राष्ट्रवाद को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद से बदलने की कोशिशें हो रही हैं। धार्मिक बहुमत को राजनीतिक एकाधिकार के रूप में पेश करके धर्म के आधार पर असहिष्णुता को बढ़ावा दिया जा रहा है।

इस कार्यक्रम का विषय 'भारत के बहुलतावादी संविधान का संरक्षण' था। लेकिन, इसमें तो अंसारी अपने ही देश के खिलाफ जहर उगलने लगे। इसमें अंसारी एवं अन्य ने देश के अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत भरे भाषणों, गैर कानूनी गतिविधि निवारक कानून के दुरुपयोग और कश्मीरी कार्यकर्ता खुर्रम परवेज की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया। वॉशिंगगटन में हुए इस वर्चुअल कार्यक्रम की आयोजक संस्था पर पाक खुफिया एजेंसी से जुड़े होने का आरोप है। यह कार्यक्रम 17 अमेरिकी संगठनों के एक समूह ने रखा था। आयोजक संस्थाओं में से एक इंडियन-अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल भी है। इसे त्रिपुरा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में हाल ही में राज्य में हुए दंगों के लिए जिम्मेदार ठहराया है।