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Prophet Mohammad Issue: नूपुर शर्मा को मिला काशी के संतों का साथ, कर दिया ये बड़ा ऐलान

देश में हिंसा को लेकर अब सड़कों पर उतरेंगे संत

पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने वाली भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के खिलाफ मामला अभी तक गरमाया हुआ है। यही नहीं देशभर में उनके खिलाफ जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं इस बीच  इस मामले में नूपुर शर्मा को संतों का साथ मिला है। संतों ने साफ तौर पर कहा कि नूपुर शर्मा को धमकी देने वालों को गिरफ्तार कर सजा दी जाए। इसके साथ ही संतों ने कहा कि शुक्रवार को जिस तरह से हिंसा हुई है।उसके बाद अब संत समाज चुप नहीं बैठेगा और सड़कों पर उतरेगा।

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शुक्रवार को काशी धर्म परिषद की बैठक में शुक्रवार की नमाज के बाद हुई हिंसा पर संतों ने नाराजगी जताते हुए घटना की निंदा की। इस बैठक में संतों ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है कि ऐसी अराजकता फैलाने वालों और उनके पीछे के षड्यंत्रकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा। काशी में सुदामा कुटी हरतीरथ में पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास की अध्यक्षता में हुई बैठक में काशी मठों के पीठाधीश्वर, संत, महंत व समाजसेवियों की मौजूदगी में 16प्रस्ताव पारित किए गए। जिसमें इस बात का फैसला किया गया है कि देश को बचाने के लिए संतों को सड़कों पर उतरेंगे और देशद्रोहियों को बेनकाब करेंगे।

जानकारी के मुताबिक इस बैठक में बैठक में तय किया गया कि सभी अखाड़ों, सभी संप्रदायों के प्रमुखों के साथ प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा और कट्टरपंथियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। संतों का कहना है कि पत्थरबाजी और हिंसा के लिए जिम्मेदार व्यक्ति और संगठन पर लगाम लगाई जानी चाहिए और जो लोग इसमें शामिल हैं। उनकी संपत्ति जब्त की जानी चाहिए. बैठक में संतों ने कहा कि हिंसा के पीछे की साजिश का पर्दाफाश होना है। इसके साथ ही संतों ने हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने, फिल्मों का मजाक उड़ाने वालों को जेल भेजा चाहिए। संतों ने बैठक में शुक्रवार को रांची के हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ और हमले की निंदा भी की।