जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35ए हटाए जाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह का पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। गृह मंत्री के तीन दिवसी दौरे का आज दूसरा दिन है, उनके कश्मीर पहुंचते ही पाकिस्तान में खलबली मच गई है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में विपक्षी दलों में हलचल तेज है खासकर पाकिस्तानी प्रेमी नेताओं के बीच। गृह मंत्री की आवाज पाकिस्तान तक पहुंच रही है, जिसके चलते इमरान खान सरकार बेचैन है। अमित साह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, आज जम्मू से ये कहने आएं हैं कि जम्मू वालों के साथ अनन्या का समय समाप्त हो चुका है, अब कोई आपके साथ अन्नया नहीं कर सकता है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, यहां पर विकास का जो युग शुरू हो रहा है उशमें खलल पहुंचाने वाले, खलल डाल रहे हैं लेकिन विकास के युग में कोई खलल नहीं डाल पाएगा। इसके आगे उन्होंने कहा कि, एक जमाना था जब जम्मू-कश्मीर में कहने को पांच मगर चार ही मेडिकल कॉलेज थे लेकिन, आज यहां सात नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की जा चुकी है। पहले 500 विद्यार्थी यहां से MBBS कर सकते थे, अब लगभग 2,000 विद्यार्थी यहां MBBS कर पाएंगे।
अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि, पहले जम्मू में सिखों, खत्रियों, महाजनों को भूमि खरीदने का अधिकार नहीं था, जो शरणार्थी वहां से यहां आए थे, उनके अधिकार नहीं थे, वाल्मीकि, गुर्जर भाइयों के अधिकार नहीं थे। भारत के संविधान के सभी अधिकार अब मेरे इन भाइयों को मिलने वाले हैं। 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म किया। इससे जम्मू-कश्मीर के लाखों लोगों को अपने अधिकार प्राप्त हुए, साथ ही अब भारतीय संविधान के सभी अधिकार यहां के सभी लोगों को मिल रहे हैं।
विपक्ष पर हमला बोलते हुए गृह मंत्री ने कहा कि, कल ये तीन परिवार वाले मुझसे सवाल पूछ रहे थे कि क्या देकर जाओगे? भाई मैं तो हिसाब लेकर आया हूं कि क्या देकर जाऊंगा। मगर 70 साल तीन परिवार वालों ने जम्मू-कश्मीर में राज किया, आपने क्या दिया इसका हिसाब लेकर आओ। आज जम्मू-कश्मीर हिसाब मांग रहा है। अमित शाह ने कहा कि, प्रधानमंत्री बनते ही नरेंद्र मोजी दी ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए 55,000 करोड़ रुपए का पैकेज दिया था। आज 55,000 करोड़ रुपए के पैकेज में से 33,000 करोड़ रुपए खर्च हो चुका है, विकास की 21 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं।