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दुश्मन की कमर ही नहीं तोड़ती कब्र भी खोद देती है Indian Air Force!

Indian Air Force celebrates its raising day

Indian Air Force: भारतीय वायुसेना हर वर्ष 08 अक्टूबर को एयरफोर्स डे मनाती है। इस मौके पर वायुसेना आसमान में अपनी ताकत दिखाती है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत की वायुसेना को श्रद्धांजली देना और उनके योगदान को याद करना है। लगभग 1,70,000 पर्सनल और 1,500 विमानों के साथ, भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है। यह दिन राष्ट्र के लिए सशस्त्र बलों द्वारा किए गए बलिदानों की याद दिलाता है। हमारी वायुसेना दुनिया की सबसे खतरनाक वायु सेनाओं में से एक है। दुनिया की सेनाएं हमारी सेनाओं के साथ युद्धभ्यास करती हैं। वायुसेना ने कई ऐसे खतरनाक ऑपरेशनंस को अंजाम दिया है जिसके बारे में सोच पाना भी मुश्किल है। भारतीय सेना (Indian Air Force) ने कई ऐतिहासिक एयर बैटल लड़े हैं जिन्‍होंने युद्ध के मैदान पर भारत की एक मजबूत प्रतिष्ठा बनाने में मदद की है और अपने राष्ट्र की रक्षा के लिए अभूतपूर्व कौशल का प्रदर्शन किया है।

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कई ऐतिहासिक मिशन्स का हिस्सा रहा IAF
भारतीय वायु सेना की स्थापना 08 अक्टूबर 1932 को हुई थी, और तब से यह बल कई महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक मिशन्‍स का हिस्सा रहा है। अपनी स्‍थापना के समय, भारतीय वायु सेना के पास 6 RAF-ट्रेंड अधिकारियों और 19 वायु सैनिकों की ताकत थी। इसके अलावा इन्‍वेंट्री में 4 वेस्टलैंड IIA बाइप्लेन भी थे। उस समय यह दुनिया के अन्य देशों की मजबूत वायु सेना की तुलना में कुछ भी नहीं था। हालांकि, दूसरे विश्व युद्ध से भारतीय वायु सेना की ताकत काफी बढ़ गई थी।

पाकिस्तान को अच्छे से पता है इंडियन एयरफोर्स की ताकत
भारतीय वायुसेना की ताकत के बारे में अगर किसी से पूछना है तो पाकिस्तान से पोछे। पाकिस्तान को अच्छे से पता है कि, इंडियन एयरफोर्स क्या है। उसकी ताकत कितनी है। दरअसल, 1971 में पाकिस्तान ने जब भारत पर हमला किया था तो उसे अंदाजा नहीं था इसके बदले में इंडियन एयरफोर्स उसकी कब्र खोद देंगे। पाकिस्तान ने भारत पर हमले की योजना बनाई, जिसे ऑपरेशन चंगेज खान (Operation Chengiz Khan) नाम दिया गया। पाकिस्तान इंडियन एयरफोर्स और सरकार दोनों को कमजोर करना चाहता था। जिसके लिए उसने, कुछ रनवे पर हमला किया, एक दो जगहों पर राडार सेंटर पर धमाका किया। लेकिन, इसके बाद भारतीय वायुसेना ने अगले 24 घंटों में जो तबाही मचाई, उसे पाकिस्तान अपने अंत तक याद रखेगा।

पाकिस्तान में घुसकर खोदी उसकी कब्र
भारतीय वायुसेना ने जब पाकिस्तान पर हमला बोला तो उसे अंदाजा नहीं था कि, इस तरह से जवाब मिलेगा। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में उनके घर में घुसकर उनके एयरबेस पर जो तबाही मचाई है, वो प्रलय से कम नहीं थी। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 8 एयरबेस पर खतरनाक हमला किया। जो- मुरीद, मियानवाली, सरगोधा, चंधार, रिसालेवाला, रफीकी और मसरूर। पाकिस्तान का सरगोधा और मसरूर एयरबेस तो कब्रिस्तान में तब्दील हो चुका था।

ऑपरेशन कैक्टस
1988 में गयूम सरकार को हटाने के लिए मालदीव के समुद्री डाकुओं और श्रीलंका के तमिल उग्रवादी संगठन पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन के 80 सदस्यों ने जंग छेड़ दिया था। जिसके बाद मालदीव सरकार ने भारत से मदद मांगी। जिसके बाद सिर्फ 12 घंटे के अंदर भारतीय सैनिक वहां उग्रवादियों को खत्म करने पहुंच गए। तेजी से हमला करते हुए उग्रवादियों को मार गिराया और उनसे महत्वपूर्ण सरकारी इमारतों और ठिकानों से कब्जा वापस ले लिया।

बालाकोट एयरस्ट्राइक
इंडियन एयरफोर्स ने समय-समय पर अपनी ताकत का बखूबी परिचय दिया है। चाहें कारगिल की लड़ाई हो, या फिर सन 1971 की जंग हो। पुलवामा अटैक के बाद से भारत ने अपने सैनिकों की शहादत का बदला पाकिस्तान की सीमा में घुसकर एयर स्ट्राइक किया था। दो सप्ताह बाद 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 विमानों ने रात के अंधेरे में नियंत्रण रेखा यानी LoC पार कर पाकिस्तान के पूर्वोत्तर इलाके खैबर पख्तूनख्वाह के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैम्पों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी।

वायुसेना की ताकत
भारतीय वायुसेना के पास 42 फाइटर स्क्वाड्रन की अधिकृत ताकत है। इस वक्त वायुसेना के पास तय स्क्वाड्रन से 10 कम यानी 31 फाइटर स्क्वाड्रन हैं।
सुखोई-30 के 12
जगुआर से छह
मिग-21 चार
मिराज-2000 के तीन
मिग-29 के तीन
एलसीए के दो और राफेल के दो स्क्वाड्रन हैं।
इसके अलावा वायुसेना के पास अन्य कई मालवाहक विमान, अटैक हेलीकॉप्टर, अवॉक्स विमान भी शामिल हैं।

दसॉल्ट राफेल– इंडियन एयरफोर्स के पास इस वक्त 36 राफेल विमान हैं। फ्रांस से खरीदा गया 4.5 जेनरेशन का यह विमान दुनिया के सबसे उन्नत तकनीक में एक ये भी शामलि है और युद्ध में दुश्मन को घूल चटाने की इसमें ताकत है। राफेल को मल्टी रोल लड़ाकू विमान भी कहा जाता है। ये हवा से हवा और हवा से जमीन पर भी हमला कर सकता है।

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HAL तेजस– भारत पर तेजी से स्वदेशी हथियारों पर जोर दे रहा है। तेजस भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान है। यह विमान अपनी श्रेणी के सबसे उन्नत तकनीक में शामिल है। इसका निर्माण भारतीय कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड करती है।। हाल ही में भारतीय वायुसेना ने कंपनी को 83 तेजस मार्क-1A विमान बनाने का ऑर्डर दिया है। वर्तमान में भी वायुसेना इसका इस्तेमाल करती है।