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Indian Hockey की ये स्टार Bhopal वेटनरी कॉलेज की झुग्गियों में रहती है, आंखें क्यों मूंद रखीं हैं मामा मुख्यमंत्री शिवराज ने?

झुग्गी में रहती हैं इंटरनेशनल हॉकी प्लेयर खुशबू

इंडिया की एक हॉकी स्टार झुग्गियों में रहती है। इसका नाम खुशबू खान है। भोपाल वेटनरी कॉलेज मतलब पशुओं के चिकित्सालय के पास कुछ झुग्गियां पड़ी हुई हैं। ये झुग्गियां वैध हैं या अवैध यह तो नहीं मालूम लेकिन इन्हीं झुग्गियों में से एक खुशबू खान के पिता शब्बीर खां की झुग्गी है। शब्बीर कभी ऑटो चला लेते हैं तो कभी प्लंबिंग का काम मिल जाए तो उससे गुजारा चलाते हैं। खुशबू खान की मुलाकात सीएम-पीएम सबसे हो चुकी है। एक बार भोपाल नगर निगम ने एक आवास दिखाया था, लेकिन वहां रहने लायक परिस्थितियां नहीं थीं। 

बहरहाल, संघर्ष आप और हम सभी के जीवन का मूल मंत्र है यही वह चीज है जो बिगड़ा हुआ काम बनाने में काभी हद तक हमारी मदद करती है कुछ बनने का प्रेरणा देती है यही कारण है की अपने मजिल को प्राप्त करने का सीख मिलती है जब तक जीवन है तब तक संघर्षो से टकराना पड़ता है। जीवन वो नहीं जो आसानी से गुजर जाये। ऐसे में कोई न कोई चुनौती हमारे आगे खड़ी रहती है। कभी ऐसा भी हो जाता था की किसी को सड़क पर खड़े हो कर खाना खाना पड़ता था, तो किसी के पास रहने के लिए घर भी नहीं होता। लेकिन जब कोई विकल्प नहीं बचता तब संघर्ष के जरिए ही हमारा सफलता का ताला खुलना मुमकिन हो पाता है। ऐसे ही कुछ भारतीय महिला हॉकी गोलकीपर खुशबू खानके साथ हुआ।

जी हां, भारतीय महिला हॉकी गोलकीपर खुशबू खान की जिंदगी की राह कुछ आसान नहीं रही हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई मुश्किल पड़ाव पार कर अब उन्होंने एक खास मुकाम हासिल कर लिया है।  भारतीय महिला हॉकी गोलकीपर खुशबू खान पिछले 5सालों में दुनिया के विभिन्न कोनों में जाकर देश का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। साल 2018यूथ ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय टीम में भी खुशबू थीं। मगर, घर लौटने के बाद भी वह आज तक भी झुग्गी में रुकने को मजबूर हैं। क्या है इसके पीछे की पूरी कहानी आइये जानते हैं खुशबू से…

 महिला हॉकी टीम की गोलकीपर खुशबू खान विदेशों में भारत को रिप्रजेंट करती है। खेल से खुशबू ने प्रदेश के साथ-साथ देश का भी मान बढ़ाया है। खुशबू खान यूं तो टीम के साथ विदेश दौरे पर जाने के दौरान खुशबू आलीशान होटलों में ठहरती है। लेकिन, जब भोपाल आती है तो झोपड़ी ठिकाना होता है। यूथ ओलंपिक के में मेडल जीतने के बाद खुशबू से सरकारी अधिकारियों ने वादे बहुत किए थे लेकिन सब अधूरा है। खुशबू खान का परिवार आज भी झोपड़ी में ही रहता है। भोपाल के वेटनरी कॉलेज स्थित झुग्गी में मां-पिता के साथ खुशबू रहती है। वह अभी बेंगलुरु में प्रैक्टिस के लिए गई है।

हॉकी प्लेयर खुशबू खान ने अपने घर की स्थिति दिखाई है। झुग्गी में रहने को मजबूर इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी, वादों के बीच 5 साल बाद भी नहीं मिला घर पिता शब्बीर खान ने कहा कि हम वर्षों से हम इस घर में रह रहे हैं। यह झुग्गी पशुपालन विभाग की जमीन पर है। यूथ ओलंपिक में खुशबू देश के लिए मेडल जीतकर लाई थी तो नगर निगम ने घर देने का वादा किया था। घर हमें दिखाया भी, जहां असामाजिक तत्व रहते थे। हमने वहां घर लेने से मना कर दिया। इसके बाद हमें कोई घर नहीं मिला और न ही सरकारी मदद मिली।

20साल की खुशबू खान को आयरलैंड में होने वाले मुकाबले के लिए भारतीय जूनियर महिला टीम में जगह मिली है। भोपाल के पुरुष खिलाड़ियों के साथ खेलकर खुशबू ने अपना खेल निखारा है और वह 2017से भारत के लिए खेल रही हैं। वह बेल्जियम, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, चिली, साउथ अफ्रीका, बेलारुस और आयरलैंड में जाकर खेल चुकी हैं। वह जूनियर वर्ल्ड कप की भी हिस्सा रह चुकी है।

(नवभारतटाइम्स.कॉम से साभार)