आज भी देश में कई लोग ऐसे हैं जो कुछ रुपयों की बचत के लिए अपनी पूरी जिंदगी दाव पर लगा देते हैं। उन्हें ये नहीं पता होता है कि, उनकी इस गलती की वजह से पूरी जिंदगी उन्हें जेल में रहना पड़ सकता है। टैक्स चोरी भी इनमें से एक है जिसे लेकर केंद्र सरकार पिछले कुछ समय से काफी सख्त हो गई है। इस मामले में इंदौर साइबर सेल पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। साइबर सेल पुलिस ने 5लोगों को गिरफ्तार किया है जो 700करोड़ के GST स्कैम में शामिल थे। जरा सोचिए, जब अकेले इंदौर में 700 करोड़ का जीएसटी स्कैम सामने आ रहा है तो दिल्ली और मुंबई का क्या हाल होगा। एक अनुमान के अनुसार देश भर में एक साल के भीतर अरबों-खरबों रुपये का जीएसटी घोटाला हो रहा है।
सीजीएसटी आयुक्त कार्यालय इंदौर और राज्य साइबर सेल पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की है। फर्जी जीएसटी फर्म बनाकर 700करोड़ रुपए का इनकम टैक्स फ्रॉड करने वाले गैंग के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इममें दो आरोपियों को सीजीएसटी पुलिस ने रिमांड पर लिया है। वहीं, तीन आरोपी राज्य साइबर सेल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सीजीएसटी ने एक लिखित आवेदन राज्य साइबर सेल को शिकायत की थी। इसमें बताया गया था कि सीजीएसटी ने ऐसे इनपुट निकले हैं, जिसमें टैक्स क्रेडिट, आईटीसी बनाने और उन्हें पारित करने वाला एक रैकेट सक्रिय है। इन लोगों ने बड़ी संख्या में फर्जी जीएसटी फर्म बनाई हुई है। स्क्रैप और अन्य बिजनेस के आधार पर यह बदमाश इनपुट टैक्स क्रेडिट बना रहे हैं।
इन लोगों न केवल इंदौर बल्कि देश के बड़ी-बड़ी फर्म का नाम का उपयोग कर फर्जी नाम नंबर और पता का इस्तेमाल किया है। शिकायत के बाद राज्य साइबर सेल इंदौर और सीजीएसटी कार्यालय इंदौर ने गुजरात के सूरत से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले दोनों ही विभाग को लगभग 100 करोड़ रुपए से अधिक के इनपुट मिले थे। जांच पूरी होते-होते यह आंकड़ा 700 करोड़ तक जा पहुंचा। दबिश के दौरान दोनों ही टीमों को सूरत में बदमाशों के फ्लैट से 500 से अधिक फर्जी फर्मो के दस्तावेज, अनेक शॉर्ट करने वाले डाक्यूमेंट्स, बड़ी संख्या में लोगों के आधार कार्ड, फर्जी पतों के डाक्यूमेंट्स 300 से अधिक फर्जी फर्मों के सील, लेटर पैड और फर्जी दस्तावेज जब्त हुए।