भारत को इस वक्त पड़ोसी देशों से ज्यादा खतरा है। खासकर चीन और पाकिस्तान लगातार भरत के कामों में अड़ंगा लगाते रहते हैं और अब भारत ने दोनों की ही टेंशन बढ़ा दी है। अपनी सुरक्षा बेड़े को मजबूत करते हुए भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्नम से शुक्रवार को समुद्र में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) का परीक्षण किया है। ब्रह्मोस इंडियन नेवी के युद्धपोतों का मुख्य हथियार सिस्टम है और इसे लगभग सभी सतह प्लेटफॉर्म पर तैनत किया गया है। वहीं, आईएनएस विशाखापत्तनम भारतीय नौसेना का नवीनत युद्धपोत है जिसे हाल ही में शामिल किया गया है।
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इसका एक अंडरवाटर वेरिएंट भी विकसित किया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल ना केवल भारत की पनडुब्बी कर सकेंगी, बल्कि मित्र देशों को भी निर्यात किया जाएगा। एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि, किस तरह समुद्र में युद्धपोत से मिसाइल का परीक्षण किया जा रहा है। इसके साथ ही बताया गया है कि, भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS विशाखापत्तनम ने पश्चिमी समुद्र तट से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया। 21फरवरी को राष्ट्रपति की फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेने के लिए युद्धपोत को विशाखापत्नम लाया गया है।
#WATCH | Indian Navy’s warship INS Visakhapatnam carried out a test firing of BrahMos supersonic cruise missile off the western seaboard. The warship has now reached Visakhapatnam to take part in President’s Fleet Review on February 21 pic.twitter.com/qsYUi1QHgf
— ANI (@ANI) February 18, 2022
नौसेना 21 फरवरी को विशाखापत्नम में राष्ट्रपति की फ्लीट रिव्यू का आयोजन करेगी। जिसमें भारत के स्वतंत्र होने के 75 साल के पूरे होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित होगा। इसके बाद द्विवार्षिक बहुपक्षीय नौसैन्य अभ्यास मिलन होगा। इसमें हिस्सा लेने के लिए 45 से अधिक देशों को आमंत्रित किया गया है। ब्रह्मोस मिसाइल के खासियत के बारे में बात करें तो, ये 400 किलोमीटर तक का लक्ष्य भेदने में सक्षम है। इसे भारत और रूस के संयक्त प्रयास से विकसित किया गया है।