भारत (India) के हथियारों की ताक़त देख दुनिया में उसको खरीदने की होड़ मच गई है। दुनिया में भारत के हथियारों की डिमांड बढ़ती जा रही है। भारतीय फाइटर जेट से लेकर, टैंक, तोप, मिसाइलों की डिमांड दुनिया में बढ़ गई है। कई देश हैं जो भारतीय (India) हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं और कई सौदा करना चाहते हैं।अब खबर आ रही है की ब्राजील लंबे समय से अपनी सेना की फायर पावर बढ़ाने के लिए नए तोप की तलाश कर रहा है। शर्त यह है कि नई तोप सेल्फ प्रोपेल्ड हो और किसी गाड़ी पर माउंट किया गया हो।
ऐसे ही एक हथियार की तलाश में ब्राजीलियाई सेना के कमांडर इन चीफ जनरल टॉमस मिगुएल माइन रिबेरो पाइवा इन दिनों भारत (India) की यात्रा पर हैं। ब्राजील की सेना अभी तक अमेरिका से खरीदे गए पुराने M114 155mm टोड होवित्जर का इस्तेमाल करती है। ऐसे में नए तोप को इसी टोड होवित्जर की जगह तैनात किया जाएगा। भारत और ब्राजील ब्रिक्स के सदस्य होने के अलावा पुराने मित्र भी हैं। ऐसे में ब्राजील की सेना इस मित्रता को और ज्यादा मजबूत करने के लिए सैन्य सहयोग को बढ़ाना चाहती है।
जनरल पाइवा ने कई स्वदेशी हथियारों की सटीक गोलीबारी और युद्धाभ्यास में प्रदर्शन की सराहना की
ब्राजीलियाई सेना प्रमुख जनरल टॉमस मिगुएल माइन रिबेरो पाइवा ने इस हफ्ते की शुरुआत में नई दिल्ली स्थित भारत के रक्षा मंत्रालय में कई हाई लेवल मीटिंग में हिस्सा लिया। इसके बाद वह बुधवार को पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय सेना के इंटीग्रेटेड फायरिंग की क्षमता का प्रदर्शन और गोलीबारी को देखा। भारतीय सेना ने बताया कि जनरल पाइवा ने कई स्वदेशी हथियारों की सटीक गोलीबारी और युद्धाभ्यास में प्रदर्शन की सराहना की। इसके बाद जनरल पाइवा गुरुवार को बेंगलुरु पहुंचे।
ब्राजील को कैसी तोप की जरूरत है
इस महीने की शुरुआत में ब्राजीलियाई सेना आयोग ने 155 एमएम के सेल्फ प्रोपेल्ड होवित्जर ऑर्मर्ड कॉम्बेट व्हीकल ऑन व्हील्स वीबीसी ओएपी 155 मिमी एसआर) को खरीदने के लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी किया था। इसे वर्तमान में एक अत्याधिक जटिल रणनीतिक हथियार माना जाता है, जिसकी तकनीक चुनिंदा देशों के पास ही है। ब्राजीलियाई सेना अभी तक ऐसे किसी भी हथियार का इस्तेमाल नहीं करती है। ऑपरेशन के दौरान व्हील्ड सेल्फ प्रोपेल्ड ऑर्टिलरी आम तौर पर टैंक कॉलम के साथ होते हैं।
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