पाकिस्तान ने कुछ दिन पहले अपनी विदेशनीति का ऐलान किया। इस नीति में भारत से 100 साल तक जंग न करने की कसम खाई। हालांकि, पाकिस्तान पहले भी कई बार कर चुका है और हर बार भारत को जख्म दिए हैं, लेकिन पाकिस्तान के बिजनेसमैन और इंडस्ट्रियलिस्ट्स में कुछ ज्यादा ही उत्साहित हैं। पाकिस्तान के चंद अरबपतियों में से एक मियां मांशा ने मुंगेरी लाल के सपनों की तरह एक सपना देखा है वो यह कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महीने के भीतर इस्लामाबाद का दौरा कर सकते हैं।
पाकिस्तानी अरबपति मियां मांशा ने दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे से बातचीत जारी है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर हम मिलकर कार्य करते हैं तो एक महीने में पीएम मोदी पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं। मियां मांशा के इस ख्याली दावे पर भारत या पाकिस्तान किसी के कूटनीतिक हल्के से ऐसी कोई खबर नहीं आई है। फिर भी मियां मांशा ने कहा कि आज की दुनिया में कोई भी मुस्तकिल दुश्मन नहीं हो सकता। उन्होंने पाकिस्तानी हुक्मरानों से अपेक्षा कि भारत के साथ चीजों को ठीक करने की जरूरत है।
पाकिस्तान बहुराष्ट्रीय कंपनी निशात ग्रुप के प्रमुख मियां मांशा ने कहा कि 1965की जंग के पहले तक भारत के साथ पाकिस्तान का 50फीसदी व्यापार होता था। मियां मांशा ने कहा कि हमें शांति की जरूरत है। भारत के पास अच्छी तकनीक है। हमारे पास भी ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो हिंदुस्तान को दे सकते हैं। इसलिए कोई भी स्थायी शत्रु नहीं है। इतनी गरीबी है, हमें भारत के साथ चीजों को सुधारने होगा।
पाकिस्तानी अरबपति का यह दावा ऐसे समय पर आया है जब हाल ही में जारी पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में पाकिस्तान ने भारत के साथ शांति पर जोर दिया था। पिछले दिनों राष्ट्रीय सुरक्षा नीति से जुड़े एक अधिकारी ने पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून से कहा था, 'हम अगले 100साल तक भारत के साथ बैर नहीं करेंगे। इस नई नीति में पड़ोसी देशों के साथ शांति पर जोर दिया गया है।' उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अगर बातचीत और प्रगति होती है तो इस बात की संभावना है कि भारत के साथ पहले की तरह से व्यापार और व्यवसायिक संबंध सामान्य हो सकते हैं।
पाकिस्तानी अधिकारी ने यह भी कहा कि नई दिल्ली में वर्तमान मोदी सरकार के अंतर्गत भारत के साथ मेलमिलाप की कोई संभावना नहीं है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को शुक्रवार को लॉन्च करेंगे। पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के केवल एक हिस्से को ही सार्वजनिक करेगा बाकी का हिस्सा गोपनीय रखा जाएगा। इस सुरक्षा नीति को बनाने में पाकिस्तानी सेना ने अहम भूमिका निभाई है।
ध्यान रहे कि अरब जगत पाकिस्तान से ज्यादा भारत को महत्व देता है और अरब जगत के कई देशों ने लगातार प्रयास किए हैं कि भारत-पाक के संबंध सामान्य हो जाएं। अरब देशों की लाख कोशिशों पर पाकिस्तानी नेता हर बार पानी फेर देते हैं।