रूस-यूक्रेन को लेकर तनाव चरम पर है। अमेरिका संग पश्चिमी देशों के तमाम चेतावनियों के बाद भी रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है और दो प्रांतों पर कब्जे का भी ऐलान कर दिया है। इस बीच भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए यूक्रेन में रह रहे भारतीय को वापस लाने का ऐलान कर दिया है। इसके लिए एयर इंडिया ने उड़ान भर दी है। लेकिन यह जान लेना जरूरी है कि हमारे देश के कितने नागरिक यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
यूक्रेन में 20 हजार भारतीय नागरिक फंसे
यूक्रेन में भारत के 20 हजार नागरिक फंसे हुए हैं जिसके लिए सरकार ने आज से भारत-यूक्रेन के बीच तीन उड़ानें संचालित करने का फैसला लिया है। आज सुबह एयर इंडिया का विशेष विमान यूक्रेन रवाना कर दिया गया है। भारत ने इस विशेष अभियान के लिए 200 से ज्यादा सीटों वाले ड्रीमलाइनर बी-787 विमान को तैनात किया है। इसके मद्देनजर एयर इंडिया (Air India) ने ट्वीट करते हुए कहा कि 22, 24 और 26 फरवरी 2022 को भारत-यूक्रेन (बोरिस्पिल इंटरनेशनल एयरपोर्ट) 3 उड़ानों का संचालन करेगी, बुकिंग एयर इंडिया बुकिंग कार्यालयों, वेबसाइट, कॉल सेंटर और अधिकृत ट्रैवल एजेंटों के माध्यम से खुली हैं।
भारतीयों की वापस ले आएगी एयर इंडिया की विमान
इसके साथ ही दोनों देशों के बीच गहराते संकट को देखते हुए एक बार फिर से भारत ने अपील की है कि भारतीय नागरिक व छात्र तुरंत यूक्रेन छोड़ दें। इसे लेकर विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि, यूक्रेन में लगातार बढ़ते तनाव और हालात की अनिश्चितता को देखते हुए अतिरिक्त फ्लाइट का प्रबंध किया गया है। इसके साथ ही बताया गया है कि कीव से दिल्ली के लिए 25 फरवरी को सुबह 7 बजे, 27 फरवरी को सुबह 7 और शाम 7.35 बजे अतिरिक्त फ्लाइट संचालित की जाएगी। इसके आगे एडवाइजरी में बताया है कि, एयर अरबिया, फ्लाई दुबई, कतर एयरवेज आदि विमान कंपनियां यूक्रेन से दिल्ली के लिए फ्लाइट का संचालन कर रही हैं। बुकिंग के लिए इन कंपनियों के दफ्तर के साथ ही इनकी वेबसाइट्स, कॉल सेंटर्स और अधिकृत ट्रैवेल एजेंट्स की मदद से टिकट की बुकिंग की जा सकती है। विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि और फ्लाइट का विकल्प उपलब्ध होने पर एडवाइजरी को बदला जा सकेगा।
सरकार ने तुरंत यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा
यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित भारतीय दूतावास की ओर से एक बार फिर एडवाइजरी जारी कर कहा गया है कि, भारतीय छात्र विश्वविद्यालयों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं की आधिकारिक पुष्टि के बजाय वापस वतन लौट आएं। दूतावास ने कहा है कि, उनके पास बड़ी संख्या में फोन आ रहे हैं, इसमें छात्र मेडिकल विश्वविद्यालयों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं की पुष्टि के बारे में पूछ रहे हैं। दूतावास ने कहा है कि, छात्र व नागरिक अपनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अस्थाई रूप से वापस लौट आएं। शिक्षा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए भारतीय दूतावास संबंधित अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।