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नदी के ऊपर चैन पुलिंग, सैकड़ों यात्रियों की सांसें रुकीं, ट्रेन ड्राईवर ने जान जोखिम में डालकर ठीक किया हौज पाइप – देखें वीडियो

अपनी जान जोखिम में डालकर लोको पायलट ने नदी के पुल पर रुकी ट्रेन को कराया पार

भारतीय रेलवे का नेटवर्क इतना बड़ा है कि आज हर कोई आसानी से देश के कोने-कोने पहुंच जाता है। लेकिन, इस ट्रेन में सफर कर रहे यात्री जब कोई ऐसी हरकत कर देते हैं जिसकी वजह से पूरे ट्रेन यात्रियों की जान पर आ पड़ती है। वह यह भूल जाते हैं कि उनके साथ एक-दो लोग नहीं बल्कि, हजारों लोग सफर कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही हुआ मुंबई में दब एक यात्री ने ट्रेन की चेन खींच दी और ट्रेन रुकी भी तो जाकर नदी के पुल पर। इसके बाद लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को रीस्टार्ट किया और आगे बढ़ाया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहां लोग इस लोको पायलट की खूब तारीफ कर रहे हैं।

दरअसल, मध्य रेलवे के एक वरिष्ठ सहायक लोको पायलट (एएलपी) ने मुंबई में एक नदी के पुल पर रुकी एक एक्सप्रेस ट्रेन के एक अलार्म चेन नॉब को रिसेट करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी और ट्रेन को फिर से चालू किया। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मध्य रेलवे ने गुरुवार को शहर से लगभग 80किलोमीटर दूर टिटवाला और खडावली के बीच हुई इस घटना का वीडियो ट्विटर पर साझा किया। रेलवे ने बिना वजह अलार्म चेन न खींचने की अपील की है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में एएलपी सतीश कुमार को अलार्म चेन नॉब रिसेट करने के लिए छपरा जाने वाली गोदान एक्सप्रेस के नीचे पहिए व अन्य उपकरण के बीच संकरी सी जगह में ट्रेन को फिर से दौड़ाने के लिए काम कर रहे हैं, वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि, ट्रेन एक नदी के पुल पर रुकी हुई है। मध्य रेलवे के प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने कहा कि किसी ने अलार्म चेन खींच दी थी, जिससे ट्रेन रुक गई थी।

ट्रेन को फिर से चालू करने के लिए उसके दूसरे सबसे आखिरी कोच की नॉब को रिसेट करना जरूरी था, क्योंकि इसी कोच में चेन खींची गई थी। सुतार ने कहा कि स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सतीश कुमार ने अपनी जान जोखिम में डालते हुए ट्रेन के नीचे से रेंगते हुए अलार्म चेन नॉब को रिसेट करने में सफल हुए। उनके इस कार्य ने अन्य ट्रेनों में देरी की स्थिति समाप्त की और कई यात्रियों का समय भी बचाया। सुतार ने कहा कि मध्य रेलवे यात्रियों से अनुरोध करता है कि बिना वजह अलार्म चेन न खींचें। उन्होंने कहा कि 16 अप्रैल से 30 अप्रैल 2022 के बीच केवल मुंबई डिवीजन में ही चेन खींचने की 197 घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं।