भारतीय सेना के सबसे बुजुर्ग दिग्गजों में से एक थे मेजर बख्तावर सिंह बराड़। 109 वर्ष की आयु में मेजर बख्तावर सिंह बराड़ का अमेरिका में निधन हो गया। मेजर बख्तावर सिंह 1963 में रिटायर्ड होने के बाद अमेरिका में ही बस गए थे।
मेजर सिंह पंजाब के फरीदकोट के रहने वाले थे। शुरुआत में बख्तावर सिंह फरीदकोट राज्य बलों के साथ जुड़े ,फिर बराड़ ने कुमाऊं रेजिमेंट में अपनी सेवा दी।
मेजर बराड़ को 1942 में अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा सम्मानित भी किया गया, जब मेजर वजीरिस्तान में पठानों के खिलाफ अपनी कंपनी का नेतृत्व कर रहे थे। तब अंग्रेजों ने मेजर बराड़ को मेंशन-इन-डिस्पैच से सम्मानित किया था।
1945 में कुमाऊँ रेजिमेंट में शामिल होने के बाद ,वो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा मोर्टे पर मुस्तैद रहे।
फिलहाल उनके परिवार में उनकी पुत्री गुरनाम कौर बेटे हरबिंदर सिंह जो पेशे से डॉक्टर हैं,वहीं दूसरा बेटा मेजर मंजीत सिंह बराड़ जो पिता की तरह कुमाऊँ रेजिमेंट में भी सेवा दी थी।
मेजर बराड़ भारतीय सेना के सबसे बुजुर्ग जीवित दिग्गजों में से थे, जिन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। 109 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली है। मेजर बराड़ की मौत की खबर की पुष्टि लेखक जय समोटा ने ट्वीट के जरिए दिया।
Major Bakhtawar Singh Brar (retd), 6 Kumaon passed away yesterday at an age of 109 years and 7 months. He was born on 19 November 1913. He served with Faridkot State Forces and then with 6 Kumaon before retiring in 1963.
May you rest in peace Sir 🙏🏻 pic.twitter.com/UBOo5jqNQi
— Jai Samota (@jai_samota) July 4, 2023
1913 में हुआ था जन्म
मेजर बराड़ का जन्म साल 1913 में पंजाब के फरीदकोट जिले में हुआ था। उनके पिता एक गरीब किसान थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद मेजर बख्तावर सिंह बराड़ कठिन संघर्ष के बाद सेना में भर्ती हो गये थे। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लिया था। सेवानिवृत्त के बाद मेजर बराड़ ने किसान बनने का फैसला किया था। और कैलिफोर्निया में खेती करने के बाद वह वहीं बस गए थे।