क्रॉस कोस्ट अभियान से डॉकयार्ड की ओर लौट रहे आईएएनएस रणवीर के सैटेलाइट रूम में अचानक विस्फोट होने से तीन नौसैनिकों की मौत हो गई है। कई जख्मी बताए जा रहे हैं। वॉरशिप के चालक दल ने तत्काल दुर्घटना पर नियंत्रण कर लिया और पोत को नुकसान पहुंचने से बचा लिया है। दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इनक्वायरी बैठा दी गई है।
इंडियन नैवी की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक पोत को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। आईएनएस रणवीर 28अक्टूबर 1986को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। पांच पाजपूत श्रेणी के विध्वसंकों मे से ये चौथा है, जिसे 310नाविकों का एक दल संचालित करता है। ये हथियारों और सेंसर से लैस है। इसमें सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल हैं। इसके अलावा इसमें मिसाइल रोधी बंदूके और पनडुब्बी रोधी रॉकेट लॉन्चर भी हैं।
इससे पहले 23 अक्टूबर 2021 को, भारतीय नौसेना के INS रणविजय में आग लगने की घटना सामने आई थी। उस घटना में, चार लोग घायल हो गए थे। आईएनएस रणवीर पर हुए विस्फोट के बाद मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।