राजस्थान में अजमेर की अल्ट्रा रनर सूफिया खान महिलाओं के लिए नई उम्मीद की किरण जगाती है। कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के बाद सूफिया ने अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज कर लिया। वो कश्मीर से कन्याकुमारी तक दौड़ने वाली पहली भारतीय महिला हैं। मकसद था- देश के 22 शहरों में जाना और लोगों से मिलकर उन्हें भाईचारे, एकता, शांति और समानता का संदेश देना। सूफिया खान को इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट भी मिल गया है।
उन्होंने 16 दिनों में 720 किलोमीटर में फैले गोल्डन ट्राएंगल, दिल्ली-जयपुर-आगरा-दिल्ली को दौड़कर पूरा किया। एक साल बाद वो श्रीनगर से कन्याकुमारी तक 4,000 किलोमीटर की दूरी तय करने का लक्ष्य बनाया और इसे 87 दिन, 2 घंटे और 17 मिनट में हासिल किया। ये महिला वर्ग में सबसे कम समय में कश्मीर से कन्याकुमारी की दूरी करने का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
राजस्थान के अजमेर में पली-बढ़ी सूफिया कभी भी दौड़ने या खेलकूद की शौकीन नहीं रही। अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के बाद, सूफिया ने विमानन में डिप्लोमा किया और नई दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ग्राउंड स्टाफ के रूप में अपनी पहली नौकरी की। उन्होंने दिल्ली हवाई अड्डे पर ग्राउंड हैंडलर के रूप में दस साल बिताए थे। 2018 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और अपने पैसन को फॉली किया। सिर्फ चार सालों में सूफिया ने कमाल कर दिया और कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।
रनिंग के बारे में बात करते हुए सूफिया कहती हैं कि दौड़ना आपको पॉजिटिविटी देता है। ये सिर्फ आपको फिट और स्वस्थ ही नहीं मजबूत भी बनता है। आत्मविश्वास पैदा करता है और सही फैसला करने की ताकत देता है।