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उत्तराखंड के घमशाली में ‘सोल ऑफ स्टील हिमालयन चैलेंज’ का समापन।

मुख्य अतिथि ने विजेता व उपविजेता टीम को मेडल व ट्रॉफी देकर सम्मानित

उत्तराखंड: कॉन्कर लैंड एयर वाटर ग्लोबल के सहयोग से भारतीय सेना द्वारा समर्थित ‘सोल ऑफ़ स्टील’ हिमालयन चैलेंज-9 का समापन हुआ। युद्ध कौशल पर आधारित इस कार्यक्रम को माननीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 14 जनवरी 2023 को देहरादून में लॉन्च किया था।

‘सोल ऑफ स्टील हिमालयन चेलेंज’ 9 (स्वतंत्र) पर्वतीय उपखंड समूह के 120वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह अपनी तरह का पहला अनूठा अभियान है जिसे गढ़वाल हिमालयी सीमावर्ती क्षेत्रों के इलाके में आयोजित किया गया है। इसका उद्देश्य केंद्र सरकार की ‘वाइब्रेंट विलेज’ योजना के तहत सीमावर्ती गांवों से पलायन को रोककर यहां पर्यटन क्षमता को बढ़ाना और लोगों के लिए आय का सृजन करना है। ‘सोल ऑफ स्टील’ अभियान में उच्च इलाकों में पर्वतारोहण, अत्यधिक ठंड में सरवाईव, मानसिक और शारीरिक कुशलता का अद्वितीय मिश्रण है। यह चुनौती एक औसत युवा के लिए सैन्य कौशल सिखाने के रास्ते खोलती है जो अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमताओं को परखना चाहता है।

कार्यक्रम में सेना द्वारा युद्ध कौशल आधारित कार्यक्रम पेश किए गए

उत्तराखंड के घमशाली में ‘सोल ऑफ स्टील हिमालयन चैलेंज’  समापन के मौके पर आयोजित समारोह में सेना द्वारा युद्ध कौशल आधारित रॉक क्लाइम्बिंग, मिक्स्ड मार्शल आर्ट, कलारीपयट्टू जैसे सामरिक कार्यक्रम पेश किए गए। साथ ही स्थानीय ग्रामवासियों ने क्षेत्रीय लोक नृत्यों और लोक गीतों के जरिए सभी को मंत्रमुग्‍ध कर दिया। वहीं इस मौके पर आयोजित समारोह में मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि, जीओसी उत्तर भारत क्षेत्र के लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी, सेना के अन्‍य अधिकारियों और स‍ैनिकों, आईटीबीपी, एनडीआरएफ के जवानों, स्कूली बच्चों और स्थानीय ग्रामवासियों ने भाग लिया

अभियान के अंतिम चरण 10 जून से 17 जून तक गढ़वाल हिमालय के पर्वतीय क्षेत्रों में एक प्रतिस्पर्धा के रूप में आयोजित किया गया। जिसमें सोल ऑफ स्टील वॉरियर्स 17000 की ऊंचाई पर ऊबड़-खाबड़ पहाड़ियों और चोटियों के बीच से तीन-तीन की कुल 6 टीमों के रूप में प्रतिस्पर्धा पर निकले। इस दौरान इन्होनें ग्लेशियरों, बर्फ की दीवारों, चट्टानों और बर्फ से ढकी हिमालय की चोटियों के बीच से गुजरते हुए 65 किलोमीटर की दूरी का कठिन सफर तय किया। जिसमें इनके आत्मनिर्भर पर्वतारोहण, नेविगेशन कौशल, मानसिक सहनशक्ति और शारीरिक मजबूती का परीक्षण किया गया। “इस चुनौती में दिग्गजों के बीच कड़ा मुकाबला हुआ।

‘सोल ऑफ स्टील’ कार्यक्रम के दौरान विजेता टीमों को पदक और ट्रॉफी प्रदान की गई। कार्यक्रम के बाद ह्यूमन एबिलिटी बायोम का उद्घाटन किया गया, जो भूमि, वायु और जल के क्षेत्र में साहसिक गतिविधियों, जीवन कौशल प्रशिक्षण, पर्यावरण संरक्षण, वानिकी के क्षेत्र में एक आधार के तरह कार्य करेगा।

मुख्य अतिथि ने विजेता व उपविजेता टीम को मेडल व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।

विजेता टीम में विशाल बन्ने, रवि ठाकुर और नवनीत पाण्डे जबकि उपविजेता टीम में श्री अंकुश मंधोत्रा, श्री हिमांशु कुमावत और श्री तन्मय मगरडे शामिल हैं। इसके बाद उन्होंने ह्यूमन एबिलिटी बायोम का उद्घाटन किया जो भूमि, वायु और जल के क्षेत्र में साहसिक गतिविधियों, जीवन कौशल प्रशिक्षण, पर्यावरण संरक्षण, वानिकी के क्षेत्र में एक आधार के तरह कार्य करेगा। सभी विजेता और उप विजेता टीम को मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया।