संघीय सरकार में गृहमंत्री अमित शाह अगर वास्तव में सीरियस हैं और उनका बयान राजनीतिक न हो कर प्रशासनिक है तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। अरविंद केजरीवाल पर कवि और आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्य कुमार विश्वास ने आरोप लगाया है कि वो खालिस्तान के पहले प्रधानमंत्री बनने के ख्वाहिश रखते हैं। चुनाव जीतने के लिए अरविंद केजरीवाल ने देश विरोधी तत्वों की मदद भी ली थी।
इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आम आदमी पार्टी और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस के बीच कथित संबंधों की जांच कराने की मांग करते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखा था। चन्नी के पत्र के जवाब में आज यूनियन होम मिनिस्टर अमित शाह ने कहा कि मामले की जांच होगी। उन्होंने वादा किया है कि वे खुद इस कथित संबंधों को आरोपों की जांच कराएंगे।
पंजाब के सीएम चन्नी ने गुरुवार को ट्वीट किया था कि, 'पंजाब के सीएम के रूप में, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि हाल ही में कुमार विश्वास ने जो कहा है, इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही कहा कि राजनीति एक तरफ, पंजाब के लोगों ने अलगाववाद से लड़ते हुए भारी कीमत चुकाई है पीएम को हर पंजाबी की चिंता दूर करने की जरूरत है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम चन्नी की मांग के जवाब में आज लिखा, 'एक राजनीतिक पार्टी का देश विरोधी, अलगाववादी और प्रतिबंधित संस्था से संपर्क रखना और चुनाव में सहयोग प्राप्त करना देश की अखंडता के दृष्टिकोण से अत्यंत गंभीर है. इस प्रकार के तत्वों का एजेंडा देश के दुश्मनों के एजेंडे से अलग नहीं है। यह अत्यंत निंदनीय है कि सत्ता पाने के लिए ऐसे लोग अलगाववादियों से हाथ मिलाने से लेकर पंजाब और देश को तोड़ने की सीमा तक जा सकते हैं।
गृह मंत्री शाह ने आगे लिखा, 'इस विषय पर मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी. भारत सरकार ने इसे अत्यंत गंभीरता से लिया है और मैं स्वयं इस मामले को गहराई से दिखवाऊंगा।'