कोरोना वायरस के मामले में बढ़ती तेजी को देखते हुए केंद्र के साथ राज्य सराकरें भी सतर्क हो गई हैं और अपने-अपने स्तर पर राज्य में पाबंदियां लगा रही हैं। कई राज्यों में नाईट कर्फ्यू लगा है तो कही जगह पर वीकेंड लॉकडाउन। इसके साथ ही कई और पाबंदियां लगाई गई हैं। अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जो फैसला लिया है उससे हर किसी में खुशी की लहर दौड़ गई है। योगी सरकार ने आदेश दिया है कि, किसी भी प्रइवेट कंपनी में काम कर रहे किसी कर्मचारी को अगर कोरोना हो जाता है तो उसे 7 दिनों की छुट्टी दी जाए और साथ ही उसकी सैलरी भी नहीं कटनी चाहिए।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि प्रदेश के सभी सरकारी और निजी कार्यालयों में एक समय में सिर्फ 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति हो सकती है। इसके अलावा प्राइवेट कंपनी में काम करने वाला कोई भी कर्मचारी कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे 7 दिन लीव विद पे दी जाए, यानी 7 दिन छुट्टी देने पर सैलेरी नहीं काटी जा सकेगी। सभी कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना अनिवार्य रूप से हो, बिना स्क्रीनिंग किसी को प्रवेश न दें। इकट्ठा होने से बचने के साथ ही उन्होंने वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा देने के लिए कहा है।
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बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण अब तेजी से बढ़ने लगा है। बीते एक हफ्ते में कोरोना के नए मरीजों 13 गुना बढ़ गए हैं। पिछले रविवार को राज्य में जहां 552 नए कोरोना मरीज मिले थे वहीं सोमवार को कोविड के 8334 नए मामले सामने आए हैं, सिर्फ लखनऊ में 1100 से ज्यादा नए केस मिले हैं। कोरोना संक्रमण से चार लोगों की मौत भी इस अवधि में हुई है। नोएडा और लखनऊ में एक-एक हजार से अधिक कोरोना के नये मरीज मिले हैं।