सरकार ने संसद में कहा है कि Vivo, Oppo और Xiaomi सहित चीनी स्मार्टफ़ोन निर्माताओं को भारत में 9,000 करोड़ रुपये की कर चोरी करते हुए पाया गया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर द्वारा राज्यसभा में साझा किए गए डेटा में 2018-19 और 2022-23 के बीच सीमा शुल्क और जीएसटी सहित लगभग 9,000 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता चला।
मंत्री ने कहा है कि भारत में काम कर रहे ये प्रमुख चीनी मोबाइल हैंडसेट ब्रांड- Vivo, Oppo, Xiaomi, Transsion (जो भारत में तीन ब्रांड संचालित करते हैं, जैसे कि Itel, Tecno and Infinix), Realme और Oneplus हैं।
उन्होंने कहा,“ये कंपनियां मोबाइल हैंडसेट का निर्माण स्वयं या अनुबंध निर्माताओं के माध्यम से करती हैं। भारत में 2021-22 में उनका कुल कारोबार 1.5 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान लगाया गया है। उनके विनिर्माण कार्यों में उनके द्वारा उत्पन्न कुल प्रत्यक्ष रोज़गार 75,000 से अधिक है। उनके पास लगभग 80,000 कर्मचारियों की बिक्री और परिचालन कार्यबल भी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य रूप से इन चीनी कंपनियों ने अपनी स्वयं की विनिर्माण इकाइयां स्थापित की हैं।
चंद्रशेखर ने कहा, “हालांकि, वे भारत एफआईएच लिमिटेड और डीबीजी टेक्नोलॉजी (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड जैसे अनुबंध निर्माताओं के साथ भी काम करते हैं, जिन्होंने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा (ईएमएस) संचालन भी स्थापित किया है। मोबाइल हैंडसेट का वितरण मुख्य रूप से भारतीय कंपनियों द्वारा किया जाता है।हालांकि, ओप्पो और वीवो जैसी कुछ चीनी कंपनियों के कुछ चीनी वितरक भी हैं।”
“2017-18 से 1 जुलाई, 2023 की अवधि के दौरान पायी गयी और बरामद की गयी कर चोरी की मात्रा के साथ सीमा शुल्क की चोरी में रिपोर्ट की गयी चीनी मोबाइल हैंडसेट कंपनियों की कंपनी-वार सूची में ओप्पो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल है, जिसे 5,086 करोड़ रुपये की कर चोरी करते हुए पाया गया है, जिसमें 4,403 करोड़ रुपये सीमा शुल्क और 683 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में शामिल हैं।
मंत्री के लिखित उत्तर के अनुसार, ” Vivo ने 2,923.25 करोड़ रुपये के कर की चोरी की है, जिसमें 2,875 करोड़ रुपये सीमा शुल्क और 48.25 करोड़ रुपये जीएसटी शामिल हैं।”
उन्होंने जवाब में कहा, “Xiaomi Technology India प्राइवेट लिमिटेड के मामले में 851.14 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता चला है, जिसमें सीमा शुल्क में 682.51 करोड़ रुपये और जीएसटी में 168.63 करोड़ रुपये शामिल हैं।”
चंद्रशेखर ने यह भी साझा किया कि Oppo मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मामले में 2019-20 में 4,389 करोड़ रुपये की सीमा शुल्क चोरी का पता चला था, जिसमें से 450 करोड़ रुपये की वसूली की गयी है। उन्होंने कहा कि वीवो इंडिया मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड को 2,217 करोड़ रुपये के सीमा शुल्क की चोरी करते हुए पाया गया, जिसमें से 2020-21 में 72 करोड़ रुपये की वसूली की गयी है।
2019-20 में, Xiaomi Technology India Private Ltd को 653.02 करोड़ रुपये के सीमा शुल्क की चोरी करते हुए पाया गया, जिसमें से 46 लाख रुपये की वसूली की गयी है।
2022-23 में Vivo मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 658 करोड़ रुपये की चोरी करते हुए पाया गया।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक़, एक अन्य चीनी निर्माता Lenovo ने 42.36 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की है।
उन्होंने कहा कि सरकार Oppo से 1,214.83 करोड़ रुपये, Vivo से 168.25 करोड़ रुपये और Xiaomi से 92.8 करोड़ रुपये वसूलने में सफल रही है।
मंत्री उस सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें पूछा गया था कि कितनी चीनी हैंडसेट कंपनियों ने कर चोरी की है और भारत में अवैध धन भेजा है।