15अगस्त 2022को भारत ने अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया है। तिरंगा न देश की आन, बान, शान बल्कि भारतीय ध्वज की पूरी दुनिया में एक अलग पहचान है। तिरंगे के सम्मान में हर देशवासी पहली कतार में खड़ा होता है। इसी कड़ी में हर साल 15अगस्त को दिल्ली के लाल किला से देश के पीएम तिरंगा को फहराते हैं। ऐसे में स्कूल से लेकर सरकारी दफ्तर हर जगह इस दिन तिरंगा फहराया जाता है। : इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस का त्योहार कुछ खास है। खास बात, इस साल हर घर तिरंगा अभियान के तहत देशभर के लगभग सभी घरों पर तिरंगे को स्थापित किया गया है। वैसे सभी लोग सभी लोग तो तिरंगा फहराने के नियम को तो जानते होंगे, लेकिन क्या झंडा फहराने के बाद उसे उतारने का नियम जानते हैं या उतारने के बाद उस झंडे का क्या होता है। अगर नहीं तो आपको अपनी लेख में हम झंडा उतारने के नियम के बारे में बताने वाले हैं।
दरअसल, भारत का राष्ट्रीय ध्वज, भारत के लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं का प्रतिरूप है। ये राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। भारतीय ध्वज संहिता में तिरंगा को फहराने और इस्तेमाल करने के बारे में दिये गए निर्देश हैं। ध्वज संहिता-भारत के स्थान पर भारतीय ध्वज संहिता-2002को 26जनवरी 2002से लागू किया गया है। तिरंगा सरकारी भवन पर रविवार और अन्य छुट्टियों के दिनों में भी फहराया जाता है, विशेष अवसरों पर इसे रात को भी फहराया जा सकता है। वैसे राष्ट्रीय ध्वज को सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जाना चाहिए।
तिरंगा झंडा उतारने के नियम
-राष्ट्रीय ध्वज को तेजी से फहराया जाता, लेकिन धीरे-धीरे आदर के साथ उतारा जाता है।
-तिरंगा फहराते और उतारते समय बिगुल बजाया जाता है।
-ध्वज को बिगुल की आवाज के साथ ही फहराया और उतारा जाता है।
-तिरंगे को जमीन पर नहीं रखा जाता है।
-तिरंगे को उतार कर संभालकर रखा जाता है।
-अगर तिरंगा फट जाए या मैला हो जाए तो उसे अकेले में पूरा नष्ट किया जाता है।
स्वतंत्रता दिवस पर झंडा कैसे फहराते हैं?
जानकारी के लिए बता दें, 15 अगस्त को भारत अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। इस दिन अंग्रेजों की गुलामी से देश को आजादी मिली थी। स्वतंत्रता दिवस के दिन रस्सी के सहारे झंडे को नीचे से खींचकर ऊपर ले जाया जाता है और उसे खोलकर फहराया जाता है।