माधव मास के गुरुवार को मांगलिक कार्य और बिजनैस में सफलता के लिए भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। जन्म कुण्डली में जब गुरु ग्रह मजबूत होता है, तो कार्य में तरक्की, यश एवं कीर्ति में वृद्धि होती है। गुरुवार के दिन आप कुछ आसान उपायों को करके अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं और उन्नति भी कर सकते हैं। आईए जानते हैं किस तरह और कौन से उपाय करक अपने जीवन को सफल बना सकते हैः
- गुरु ग्रह को प्रबल करने के लिए सुबह स्नान के बाद देव गुरु बृहस्पति की पूजा करें। उसके बादग्रां ग्रीं ग्रौं गुरुवे नमः मंत्र का जाप कम से कम एक 108 बार जप करें। जप तुलसी की माला पर ही करे। आपके जीवन में सुख एवं समृद्धि आएगी। धन एवं दौलत में वृद्धि होगी।
- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के साथ धन एवं वैभव की देवी माता लक्ष्मी की भी पूजा करें। ऐसा करने से माता लक्ष्मी अत्यधिक प्रसन्न होती हैं। उनकी कृपा से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और रुपये की तंगी दूर होगी। ध्यान रहे कि माता लक्ष्मी को तुलसी का पत्ता न चढ़ाएं।
- धार्मिक मान्यता है कि गुरुवार के दिन किसी को भी उधार रुपये न दें और न ही लें। ऐसा करने से आर्थिक तंगी के हालात बन सकते हैं।
- भगवान विष्णु और देव गुरु बृहस्पति का प्रिय रंग पीला है, इसलिए गुरुवार के दिन आप कोशिश करें कि पीले रंग के वस्त्र पहनें और पीले रंग का तिलक माथे पर लगाएं। भगवान विष्णु की कृपा से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।
- भगवान विष्णु को केले का भोग लगाएं। पीले फूल, चने की दाल, गुड़ चढ़ाएं। पंचामृत स्नान कराएं और तुलसी का पत्ता अर्पित करें। स्वयं केले का सेवन ना करें। श्रीहरि के आशीर्वाद से सभी समस्याएं दूर होंगी। सुख एवं समृद्धि में वृद्धि होगी।
- पति एवं पत्नी के बीव वैवाहिक समस्याएं हैं, तो दोनों लोगों को गुरुवार का व्रत करना चाहिए और साथ में ही भगवान विष्णु एवं बृहस्पति देव की पूजा करनी चाहिए। आपके जीवन में सुख एवं सौभाग्य बढ़ेगा। समस्याएं दूर होंगी।
- जिन लोगों के विवाह में विलंब हो रहा है, तो उनको गुरुवार का व्रत नियमपूर्वक करना चाहिए। गुरुवार के दिन गुड़, चने की दाल, हल्दी, पीले वस्त्र आदि का दान किसी ब्राह्मण को करें। गुरु के प्रबल होते ही शादी का बात पक्की हो सकती है।
- अगर आप इन उपायों में से कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं तो अपने पिता या गुरुजनों के पैर छू कर आशीर्वाद लें। या बच्चों को पेन-पेंसिल या कॉपी-किताब अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार दान करें।