भगवान शिव के भक्त न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हैं। भगवान भोले के भक्त उन्हें प्रशन्न करने के लिए हर एक उपाय करते हैं जिससे वो उनपर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखे। लेकिन, कई बार भक्त ऐसे भी होते हैं जो कुछ ऐसा बयान दे देते हुए जिसके चलते वो चर्चाओं में आ जाते हैं। कुछ ऐसा ही मामला यहां भी है। दरअसल, एक महिला ने दावा किया है कि, वो माता पार्वती है और भगवान भोले से विवाह रचाना चाहति है।
माता पार्वती का खुद को अवतार बताने वाली महिला भारत-चीन सीमा के निकट नाभीडांग के प्रतिबंधित क्षेत्र के करीब अवैध रूप से रह रही है और ये लखनऊ की रहने वाली है। महिला ने ये दावा करते हुए वहां से चहने से इनकार कर दिया है कि, वो देवी पार्वती की अवतार है और कैलाश पर्वत पर रहने वाले भगवान शिव से विवाह करेगी। पिथौरागढ़ के पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि प्रतिबंधित क्षेत्र से जबरदस्ती हटाए जाने पर हरमिंदर सिंह नाम की इस महिला ने आत्महत्या करने की धमकी दी है और इसके चलते उसे वहां से हटाने गई पुलिस टीम खाली हाथ लौट आई है।
लेकिन, कुछ ही देर बाद उन्होंने बताया कि, उस महिला को बलपूर्वक नीचे धारचूला लाने के लिए एक और बड़ी पुलिस टीम मौके पर भेजी जाएघी। उन्होंने कहा कि, हमने निर्णय लिया है कि, महिला को नीचे लाने के लिए अब 12 सदस्यीय एक पुलिस टीम नाभीढांग भेजी जाएगी। इस टीम में चिकित्सा कर्मी भी शामिल होंगे। पुलिस अधिकारी ने कह कि, महिला लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र की रहने वाली है और वो धारचूला के उपजिलाधिकारी से 15 दिन की अनुमति लेकर अपनी मां के साथ गुंजी गई थी, लेकिन 25 मई को अनुमति की अवधि समाप्त होने के बाद भी वह प्रतिबंधित क्षेत्र को छोड़ने से मना कर रही है। उल्लेखनीय है कि गुंजी, कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग पर स्थित है। उन्होंने कहा कि खुद को देवी पार्वती का अवतार बताने का दावा करने और कैलाश पर्वत पर रहने वाले भगवान शिव से विवाह की इच्छा जताने के चलते महिला मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं लग रही है।