Hindi News

indianarrative

दुनिया में पहली बार वैज्ञानिकों को मिला अनोखे डायनासोर का जीवाश्म, 12 करोड़ साल पहले करता था राज

डायनासोर और उनमें भी सॉरोपॉड अपने लंबी गर्दन के लिए मशहूर जानवर हैं। इनके बारे में सबसे पहले 19वीं सदी में अमेरिका में पता चला था। लेकिन डायनासोर जीवाश्म के परिवार के इतिहास के विश्लेषण में पता चला है कि इस प्रजाति के डायनासोर ने लंबी गर्दन वाले जानवरों के अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यूरोपीय देश स्‍पेन में 12 करोड़ 20 लाख साल पहले राज करने वाले विशाल डायनासोर का जीवाश्‍म मिला है। यह डायनासोर सौरोपोड प्रजाति का था और अपनी लंबी गर्दन की वजह से बेहद खास था। टाइटनोसौर होने की वजह से इस नाम टाइटन रखा गया है। इस डायनासोर का आकार बहुत असामान्‍य था और उसकी हड्ड‍ियों से धरती के इस राजा के बारे में वैज्ञानिकों को और ज्‍यादा जानकारी मिल सकती है। वैज्ञानिकों को यह डायनासोर मोरेल्‍ला शहर में संत एंटोनी डी ला वेस्‍पा जीवाश्‍म स्‍थल से साल 2005 से 2008 के बीच खुदाई के दौरान मिला था। अब इसकी पहचान हो पाई है।

शोधकर्ताओं को पुरास्‍थल पर कम से कम 3 जीवाश्‍म मिले हैं जिसमें विशाल रीढ़ का जोड़, पैर की हड्डी और दो लगभग पूर्ण पैर के अवशेष मिले हैं। यह किसी सौरोपोड के मामले में बहुत दुर्लभ खोज है। यह जीवाश्‍म क्रेटासेअस काल (14 करोड़ 50 लाख साल से 6 करोड़ 60 लाख साल के बीच) के शुरुआती दौर के बताए जा रहे हैं। यह शोध लिन्‍नेआन सोसायटी के जर्नल में प्रकाशित हुआ है। सौरोपोड 4 पैरों वाले डायनासोर होते थे। इनकी गर्दन और पूंछ बहुत लंबी होती थी। यह डायनासोर पेड़- पौधे खाता था।

धरती से कैसे खत्‍म हो गए डायनासोर?

सौरोपोड का ही एक उप समूह टाइटनोसौर होते थे जो सबसे विशाल सौरोपोड थे। यह एकमात्र वंश था जो 6 करोड़ 60 लाख साल पहले धरती पर ऐस्‍टरॉइड के गिरने तक बचा हुआ था। माना जाता है कि इस विशाल ऐस्‍टरॉइड के गिरने के बाद धरती से डायनासोर का खात्‍मा हो गया। डायनासोर की हड्डी के अवशेष से शोधकर्ता अभी यह नहीं बता पाएं हैं कि यह टाइटन कितना बड़ा था। एक डायनासोर का रीढ़ का जोड़ 3.3 फुट चौड़ा था। वहीं जांघ की हड्डी 6.6 फुट तक पाई गई है।

यह भी पढ़ें: सऊदी अरब के रेगिस्‍तान में मिले ऊंटों के रहस्‍यमय च‍ित्र, हजारों साल पहले किसने बनाई ये तस्‍वीरें?

शोधकर्ताओं ने हड्ड‍ियों के आकार के आधार पर अनुमान लगाया है कि इन डायनासोर का औसत आकार एक बॉस्‍केटबाल कोर्ट के आकार के बराबर होता था। वैज्ञानिकों में अभी इस बात को लेकर बहस चल रही है कि क्‍या कौन सी प्रजाति सबसे भारी थी लेकिन उनका अनुमान है कि यह कम से कम 70 टन का जरूर रहा होगा। साल 2021 में शोधकर्ताओं को टाइटनोसौर की एक नई प्रजाति आर्जेंटीना में मिली थी जो इससे भी बड़ा हो सकता है। टाइटनोसौर भले ही सबसे भारी सौरोपोड थे लेकिन वे सबसे लंबे नहीं थे। सबसे लंबे सौरोपोड ‘सुपरसौरस’ थे जो 128 तक के हो सकते थे।