अंतरिक्ष सुरक्षा में कई मुद्दे शामिल हैं। Interstellar.news ने DEFSAT, 2023 कॉन्फ़्रेंस और एक्सपो को कवर करते हुए पूरे विषय का व्यापक वीडियो कवरेज प्रदान किया ।
इस वीडियो के पहले भाग में कई पहलुओं पर बारीक़ी से नज़र डाली गयी है। एक मज़बूत अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था के लिए एक मज़बूत अंतरिक्ष सुरक्षा तंत्र की आवश्यकता क्यों है ? अंतरिक्ष रक्षा शक्ति स्थापित करने के लिए भारत को किन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए ? इस दोहरे उपयोग वाली प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान एवं विकास का वित्त पोषण कौन करेगा ? भारतीय सेना अंतरिक्ष सुरक्षा के लिए तैयारी कैसे सुनिश्चित कर रही है ? और टेबल-टॉप सिमुलेशन के बारे में क्या ख़ास था, जिसमें भारतीय निजी अंतरिक्ष क्षेत्र ने भारतीय सेना के साथ भाग लिया ?
इंटरस्टेलर के इस कवरेज में विशेष रूप से सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन-इंडिया द्वारा सेंटर फ़ॉर जॉइंट वारफ़ेयर स्टडीज़, सेंटर फ़ॉर एयर पावर स्टडीज़ और सेंटर फ़ॉर लैंड वारफ़ेयर स्टडीज़ के सहयोग से आयोजित डीईएफ़एसएटी, 2023 सम्मेलन और एक्सपो के कंटेंट को शामिल करता है।
इस कवरेज के दौरान इंटरस्टेलर ने भारत के कुछ प्रमुख रणनीतिक विचारकों और भारतीय अंतरिक्ष उद्योग और भारतीय रक्षा बलों को एक छत के नीचे इकट्ठा करते हुए नई दिल्ली में प्रेरक मानेकशॉ केंद्र में उनसे बातचीत करते हुए उनके विचारों को सामने लाया है ।
नोट: डीफसेट पर इंटरस्टेलर न्यूज़ हमारी श्रृंखला के पहले भाग में लेफ्टिनेंट जनरल पीजेएस पन्नू के नाम को ग़लत तरीक़े से प्रदर्शित करने के लिए ईमानदारी से माफ़ी मांगता है। इसके कारण होने वाली किसी भी असुविधा या गड़बड़ी के लिए हमें गहरा खेद है।
(वीडियो और टेक्स्ट: सौजन्य: इंटरस्टेलर)